शामली। जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र समापन की ओर है। तीनों मिलों के 202 गन्ना खरीद केंद्रों में से 37 गन्ना खरीद केंद्र बंद हो गए हैं। अगले 25 दिन में जिले की तीनों चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त होने की उम्मीद है। बजाज समूह की थानाभवन चीनी मिल 25 अप्रैल, ऊन मिल सात मई और शामली मिल 15 मई को बंद हो जाएगी।

161 दिन के पेराई सत्र के बाद अब चीनी मिलों को गन्ना कम मिल रहा है। हालांकि थानाभवन मिल के सामने नो केन की परिस्थितियां बन रही है। पूरे सीजन में शामली चीनी मिल 92.85 लाख क्विंटल, ऊन चीनी मिल 89.88 लाख क्विंटल और थानाभवन चीनी मिल 122.58 लाख क्विंटल मिलाकर कुल 305.31 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी हैं। शामली मिल पर 15 लाख क्विंटल, ऊन मिल पर 10 लाख क्विंटल और थानाभवन मिल पर 1.25 लाख क्विंटल गन्ना अवशेष बचा है।

पिछले 24 घंटे से थानाभवन चीनी मिल नो केन से जूझ रही है। इसे देखते हुए थानाभवन मिल 25 अप्रैल, ऊन चीनी मिल सात मई और शामली चीनी मिल 15 मई तक अपना पेराई सत्र समाप्त कर देगी। चीनी मिलों के 202 खरीद केंद्रों में से 37 खरीद केंद्र बंद हो चुके है।

इनमें ऊन के 20, थानाभवन चीनी मिल के 16 और शामली मिल का एक खरीद केंद्र शामिल है। ऊन चीनी मिल के बंद होने वाले खरीद केंद्रों में मखमूलपुर, हुरमजपुर, गंगेरु तृतीय, गंगेरु चतुर्थ, कांधला पंचम, डूंडु खेड़ा तृतीय, पलठेडी, ओदरी, तितरवाड़ा प्रथम, आल्दी प्रथम, अंबेहटा प्रथम, चौसाना, चौतरा, मंसूरा, मंगलौरा, थानाभवन चीनी मिल के लिसाढ़ के दो, सुन्ना के दो, खासपुर, इस्सौपुर खुरगान, कैराना, पठेड़, खेडा मस्तान, किवाना, जंधेडी, भैसवाल, सोंटा, मानकपुर में खरीद केंद्र बंद हो गए हैं। शामली चीनी मिल के बंद होने वाले खरीद केंद्र में अलीपुर शामिल है।