मुजफ्फरनगर। जिले के 13 गांवों में 51 करोड़ से बनी पानी की टंकियां शोपीस बन गईं हैं। केवल एक-दो गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू हो पाई है। तीन गांवों में अभी कार्य पूरा नहीं हुआ। जिन दस गांवों में कार्य पूरा होने का दावा किया गया है, उनमें अधिकतर जगह पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है।
गांव मोरना में कई वर्ष पूर्व मेला ग्राउंड पर 3.92 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल टंकी बन कर तैयार हो गई थी। मगर, अभी तक टंकी के पानी की एक बूंद ग्रामीणों को नसीब नहीं हुई। ग्रामीणों ने टंकी निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के आरोप ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाए हैं। प्रधानाचार्य पंकज महेश्वरी का कहना है कि रास्तों में पानी घरों तक पहुंचाने के लिए बिछाए गए पाइप का साइज छोटा है। इससे पानी की आपूर्ति नहीं हो रही। पाइप लाइन बिछाने के बाद गांव की गलियों की मरम्मत नहीं हुई है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी है। पानी की सप्लाई तुरंत चालू होनी चाहिए।

मंसूरपुर में भी काफी समय से कार्य चल रहा है, लेकिन निर्माण आज तक पूरा नहीं हो पाया है। यहां विभाग ने निर्माण के लिए 4.62 करोड़ स्वीकृत किया हुआ है। इसी तरह रियावली नंगला और भोपा में भी पैसा जारी होने के बाद भी आम जनता को पानी0 नहीं मिल पाया है।

ग्रामीण डॉ. एसपी भार्गव ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में सरकार योजना चलाने के लिए करोड़ों रुपए की बर्बादी कर देती है। मगर, योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को पूरी तरह नहीं मिल पाता। गर्मी का मौसम आ रहा है, टंकी से पानी की सप्लाई हर हाल में होनी चाहिए।

एडवोकेट बबलू कुमार यादव और संजू चौधरी ने कहा कि गांव में टंकी निर्माण हो चुका है। मगर, ग्रामीणों को आज तक पानी नसीब नहीं हुआ। मुख्यमंत्री कार्यालय से इसकी जांच होनी चाहिए। भाकियू कार्यकर्ता चौधरी हवा सिंह का कहना है कि टंकी का निर्माण 2020 में पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक पानी नहीं मिला है।

जल निगम के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुट्टी का कहना है कि तीन गांवों में कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है। दस गांवों में हमने सप्लाई शुरू करा दी है। जिस गांव की शिकायत आती है तो वहां मरम्मत करा कर आपूर्ति सुचारू की जाती है।

इन गांवों में बनाई गई पेयजल टंकी
गांव जारी पैसा
उमरपुर 4.23 करोड़
बामनहेडी 1.57 करोड़
खिजरपुर 2.25 करोड़
डूंगर 2.26 करोड़
बसेड़ा 5.92 करोड़
पीनना 3.98 करोड़
मोरना 3.92 करोड़
भोपा 3.63 करोड़
मंसूरपुर 4.62 करोड़
जौली 4.72 करोड़
तिसंग 6.14 करोड़
कुल्हेड़ी 3.22 करोड़
रियावली नंगला 4.83 करोड़
कुल योग 51 करोड़