जब इस वायरल ऑडियो की पड़ताल की गई तो इस दावे को पूरी तरह से फर्जी पाया गया। पीआईबी की फैक्ट चैक टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल इस दावे को फर्जी बताया है। पीआईबी ने लिखा है, ’एक ऑडियो मैसेज में दावा किया जा रहा है कि राज्यों में 5ह नेटवर्क की टेस्टिंग की जा रही है जिस कारण लोगों की मृत्यु हो रही है व इसे कोविड 19 का नाम दिया जा रहा है।’

हालांकि, पीआईबी की फैक्ट चैक टीम ने पाया कि यह दावा फर्जी है। साथ ही टीम ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना काल में कृपया ऐसे फर्जी संदेश साझा कर के भ्रम न फैलाएं। दरअसल, इस वायरल ऑडियो में दो लोग बातें करते सुने जा सकते हैं, जिसमें एक शख्स कोरोना से हो रही मौतों को 5जी टेस्टिंग का नाम देता दिख रहा है। वह इस ऑडियो में कहता है कि इसी वजह से लोगों का गला सूख रहा है और उसने दावा किया है कि मई तक इसकी टेस्टिंग हो जाएगी तो मौतें भी रुक जाएंगी।

मगर हकीकत यह है कि कोरोना से हो रहीं मौतें और 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग का दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। कहीं से भी ऐसा कोई वैज्ञानिक दावा नहीं है कि 5जी टेस्टिंग की वजह से लोगों की मौतें हो रही हैं। इसलिए आप सभी पाठकों से आग्रह है कि ऐसे वायरल संदेशों कहीं भी फॉरवर्ड न करें और अफवाहों से बचें और कोरोना के खिलाफ जंग में डटे रहें।