औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के नेतृत्व में लखनऊ में भव्य रोड शो का आयोजन हुआ। विभिन्न राज्यों के उद्यमियों, उद्योगपतियों व निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए एमओयू साइन किए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का ग्रोथ इंजन और वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश आज उद्यमियों और निवेशकों का फर्स्ट इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन बन चुका है। जहां बड़ी संख्या में न सिर्फ घरेलू बल्कि विदेशी निवेशक भी निवेश के लिए न सिर्फ तैयार हैं बल्कि खुद आगे आकर एमओयू भी साइन कर रहे हैं।

इसी क्रम में फरवरी 2023 में लखनऊ में आयोजित होने जा रहे यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 के पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी की पहल पर सुशांत गोल्फ सिटी में स्थित दी सेंट्रम में भव्य रोड शो आयोजित किया गया। जिसमें औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी के आमंत्रण पर देश के विभिन्न राज्यों से आए निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में 76,867 करोड़ के निवेश का न सिर्फ प्रस्ताव रखा बल्कि एमओयू भी साइन किए। रोड शो में 79 एमओयू साइन हुए। निवेशकों ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भरोसा जताया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने की। औद्योगिक विकास राज्य मंत्री जसंवत सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। रोड शो को कनाडा के मिनिस्टर ऑफ मेंटल हेल्थ एंड एडमिन मिषेल टिबोलो ने विशेष रूप से सम्बोधित किया। उन्होंने तीव्र गति से आर्थिक प्रगति की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था की प्रशंसा की। रोड शो में दिल्ली, बेंगलुरू, नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद, उड़ीसा, कानुपर, शामली, लखनऊ, छतरपुर, मुम्बई से आए निवेशकों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

सिटी गोल्ड कारपोरेशन ने उत्तर प्रदेश में सीमेंट और एथेनॉल प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए 26 हजार करोड़ के एमओयू साइन किए। वहीं नेक्सजेन एनर्जिया ने उत्तर प्रदेश में ग्रीन एनर्जी का सेटअप स्थापित करने के लिए 15,000 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किया। हल्दीराम समूह के संजय सिंघानिया ने 1300 करोड़, वरूण बेवरेजेज के कमलेष जैन ने 3400 करोड़, डीएस ग्रुप के एमडी एमएल जायसवाल ने 3000 करोड़, निदान डायग्नोस्टिक सेंटर ने 750 करोड़ के एमओयू पर साइन किया। इसके अलावा 50 से 500 करोड़ के चार दर्जन से अधिक ऑनलाइन और ऑफलाइन एमओयू साइन हुए।

उद्यमियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इंडस्ट्री पॉलिसी और एनवायरमेंट की सराहना की। उद्यमियों ने कहा 2017 के पहले तक जहां उत्तर प्रदेश में निवेष करने से डर लगता था, वहीं आज फर्स्ट इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन बन चुका है क्योंकि 25 करोड़ आबादी वाले देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में विकास की असीम सम्भावनाएं हैं।

औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के नेतृत्व में आयोजित रोड शो में आए निवेश प्रस्ताव और एमओयू के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रानिक्स, मेटल इंडस्ट्रीज, फूड एंड बेवरेजेज, पेपर, ग्रीन एनर्जी, इस्पात आदि विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग स्थापित होंगे। जिसके जरिये हजारों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे।

रोड शो को मैनेजिंग पार्टनर दी सेंट्रम सर्वेश गोयल, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, सचिव औद्योगिक विकास अभिषेक प्रकाश, केंट आरओ के चेयरमैन महेश गुप्ता, क्रिस्टल ग्रुप के चेयरमैन नन्द किशोर अग्रवाल, हल्दीराम के संजय सिंघानिया, वरूण बेवरेजेज के चेयरमैन कमलेष कुमार जैन ने सम्बोधित किया।