
नई दिल्ली. वर्ल्डकप 2023 के फाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 6 विकेट की करारी हार का सामना करना पड़ा. हार के इस कड़वे घूंट के साथ ही टूर्नामेंट में जबर्दस्त प्रदर्शन से चकाचौंध बिखेरने वाली टीम इंडिया के अभियान का दुखदायी समापन हुआ. टीम इंडिया के फाइनल में हार का दर्द सभी प्लेयर्स के साथ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर मौजूद फैंस के चेहरे पर साफ पढ़ा जा सकता था. खिताबी जीत के फलस्वरूप ऑस्ट्रेलिया टीम को चार मिलियन यूएस डॉलर (करीब 33.25 करोड़ रुपये) इनाम के तौर पर मिले जबकि उपविजेता भारतीय टीम को दो मिलियन यूएस डॉलर यानी 16.62 करोड़ रुपये से ही संतोष करना पड़ा.
विराट कोहली प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे जबकि मोहम्मद शमी सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे.फाइनल में शतक जमाने वाले ट्रेविस हेड प्लेयर ऑफ द फाइनल घोषित किए गए.
फाइनल मुकाबले में हार के साथ ही भारतीय टीम के अभियान को दुखद अंत हुआ. रोहित की टीम ने टूर्नामेंट के अपने सफर में 11 में से 10 मैचों में जीत हासिल की लेकिन फाइनल में हारना उसके खिलाफ गया और खिताब जीतने का उसका सपना टूट गया. फाइनल में टॉस हारने से लेकर लगभग हर बात भारतीय टीम के खिलाफ गई. पहले बैटिंग करते हुए टीम केवल 240 रन बनाकर आउट हो गई, जवाब में एक समय कंगारू टीम के तीन विकेट महज 47 रन पर गिर गए थे लेकिन मुश्किल के क्षणों में ओपनर ट्रेविस हेड (Travis Head) ने मिडिल ऑर्डर के बैटर मार्नस लुबेशन (Marnus Labuschagne) के साथ चौथे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी की और मैच भारत की गिरफ्त से अपनी ओर खींच लिया. हेड आखिरकार 137 रन बनाने के बाद आउट हुए लेकिन तब तक वे अपना काम कर चुके थे.लबुशेन 58 और ग्लेन मैक्सवेल 2 रन बनाकर नाबाद रहे.
टूर्नामेंट के 11 मैचों में 95.62 के औसत से सर्वाधिक 765 रन बनाए जिसमें तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल रहे. टूर्नामेंट के दौरान ही सचिन तेंदुलकर के वनडे में सर्वाधिक शतकों (49) के रिकॉर्ड को तोड़ा. एक वर्ल्डकप में सर्वाधिक रन (673) बनाने के सचिन के रिकॉर्ड को भी विराट कोहली ने पीछे छोड़ा.
शमी इस पूरे टूर्नामेंट के करिश्माई बॉलर साबित हुए. उन्होंने सात मैचों में 10.70 के औसत और 12.20 के स्ट्राइक रेट से सर्वाधिक 24 विकेट लिए.ऑस्ट्रेलिया के एडम जंपा 23 विकेट के साथ दूसरे नंबर पर रहे. शमी ने इस टूर्नामेंट के दौरान तीन बार पांच या इससे अधिक विकेट हासिल किए. 57 रन देकर 7 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में यह प्रदर्शन किया.
टूर्नामेंट के शुरुआती मैच चोट के कारण ट्रेविस हेड नहीं खेल सके थे लेकिन उन्होंने इसके बाद जबर्दस्त वापसी की, फाइनल में 120 गेंदों पर 15 चौकों और चार छक्कों की मदद से 137 रन बनाए और ऑस्ट्रेलियाई जीत के हीरो रहे. हेड ने टूर्नामेंट के 6 मैचों में 54.83 के औसत से 329 रन बनाए जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा.
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