मुज़फ्फरनगर : सोमवार को सुबह पांच बजे बसेड़ा निवासी शाहरुख अपनी कार से अपने साथी समीर के साथ मुजफ्फरनगर जा रहा था। आरोप है कि जब टोल पर पहुंचे तो टोल देने मना किया, जिस पर टोल कर्मियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। साथी समीर ने छुड़ाने का प्रयास किया तो उसकी भी पिटाई की। पीड़ित ने पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष को सूचना दी, जिस पर गुस्साए सैकड़ों कार्यकर्ता टोल पर पहुंचे ओर टोल फ्री कर धरने पर बैठ गये।
सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक रोजंत त्यागी मौके पर पहुंच गये। 10 बजे कार्यकर्ताओं ने पीड़ित शाहरुख की ओर से प्रवीण, हिमांशु, अनूप, बिजेंद्र, योगेन्द्र, बेदपाल के विरुद्ध प्रभारी निरीक्षक को तहरीर दी। जिसके बाद छपार पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। इस दौरान मंगता, मुसर्रफ त्यागी, बबलू त्यागी, शमशाद उर्फ काला, मोमीन, शहजाद, मुकीम, फरमान, अमजद रुचिन त्यागी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
छपार टोल प्लाजा पर कर्मियों द्वारा लगातार यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हो रही हैं। बताया गया कि छपार टोल पर लोकल कर्मियों का बोल बाला है। वे यात्रियों के साथ गाली गलौज, मारपीट करने से बाज नही आ रहे है। टोल प्रबंधक भी इस और से लापरवाह बना है। प्रशासन के अफसरों द्वारा इस और गंभीर न होने के चलते टोल पर लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं बढ रही है।
पिछले दिनों भी एक किसान संगठन के लोगों द्वारा टोल कर्मियों पर मारपीट दुर्व्यवहार किए जाने के आरोप लगाकर टोल फ्री कराने पर छपार पुलिस ने किसान संगठन के नेता समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हे जेल भेज दिया था। जिसके बाद तो टोल कर्मियों के हौसलें बुलंद हो गए।