नई दिल्ली. पंजाब के मोहाली स्थित पुलिस हेडक्वार्टर पर 9 मई को हुए आरपीजी (RPG) अटैक मामले में पकड़े गए नाबालिग से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस मामले के आरोपी यूपी के दो बाहुबली नेताओं के फॉर्म हाउस पर शरण लिए हुए थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि मूसेवाला हत्याकांड में शामिल लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स ने भी अन्य आरोपियों ने इन दोनों नेताओ के घर पर शरण ली हुई थी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मोहाली RPG अटैक के सिलसिले में पकड़ा गया मास्टरमाइंड यह नाबालिग करीब साल भर तक एक बाहुबली नेता का PSO (निजी सुरक्षाकर्मी) भी रहा है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम इस बाहुबली नेता के घर सर्च ऑपरेशन करने भी गई थी और उसे पूछताछ के लिए लीगल नोटिस भी दिया गया था.
स्पेशल सेल ने बीते दिनों अयोध्या में उस बाहुबली नेता से पूछताछ भी की है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उस बाहुबली नेता को आगे की पूछताछ के लिए जल्द दिल्ली बुलाया जाएगा.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्हें पता चला है कि मोहाली RPG अटैक मामले में फरार चल रहे एक अन्य मास्टरमाइंड दीपक सरखपुर ने ही लॉरेंस गैंग से इस नाबालिग को जुड़वाया था. दीपक सुरखपुर खुद भी फरारी के दौरान कई महीनों तक यूपी के एक बाहुबली नेता के फॉर्म हाउस पर शरण लिए हुआ था.
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि मोहाली आरपीजी अटैक के बदले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने इन दोनों लड़कों को 10 लाख रुपये भेजे थे. इन दोनों लड़कों को दिल्ली में हाईप्रोफाइल किलिंग करके अपना वर्चस्व कायम रखने और दूसरे गैंग्स में डर का माहौल पैदा करने का टास्क दिया गया था.
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग यूपी बिहार और झारखंड के बाहुबली नेताओं से साथ हाथ मिला चुका है, ताकि धीरे-धीरे वह भारत के कई बड़े राज्यो में अपना क्राइम सिंडिकेट फैला सके.