शामली। भारतमाला परियोजना के तहत प्रस्तावित अंबाला-शामली ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की भूमि अधिग्रहण के लिए 10 गांवों का 100 करोड़ मुआवजा प्रशासन को मिल गया है। भविष्य में यह एक्सप्रेसवे शामली को गोरखपुर से जोड़ेगा। उत्तर प्रदेश के 22 जिलों की 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा।
अंबाला से शामली तक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है। जबकि शामली से गोरखपुर तक निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए कंसलटेंट एजेंसी नियुक्त की जा चुकी है। अंबाला-शामली एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से 10 गांवों का 100 करोड़ का मुआवजा मिल गया है। एडीएम संतोष कुमार ने बताया कि पट्टी नौगांवा और पट्टी कालरा को छोड़कर बाकी सभी गांवों का मुआवजा आ गया है। जिसके वितरण के लिए फाइल तैयार कराई जा रही है।
जिले के गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
शामली तहसील के शामिल गांव गोगवान जलालपुर, अब्दुलापुर मोरमाजरा, कुतुबगढ़, जमालपुर, तितारसी, थानाभवन पट्टी, नौगांवा, पट्टी कालरा, भैसानी इस्लामपुर, औंरगाबाद गंदवेड़ा।
करीब 200 किलोमीटर कम हो जाएगी गोरखपुर की दूरी
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर गोरखपुर से शामली तक का सफर आसान हो जाएगा। अभी गोरखपुर जाने के लिए दिल्ली होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से होकर जाना पड़ता है। अभी यह दूरी 912 किलोमीटर है। इस नए एक्सप्रेस-वे से करीब 200 किलोमीटर सफर कम करना पड़ेगा। इसमें समय की बचत के साथ लोग सुविधाजनक तरीके से यात्रा कर सकेंगे।