मुजफ्फरनगर। जनपद में एक तरफ जहां भारतीय किसान यूनियन बडे आंदोलन की तैयारी कर रही हैं, वहीं जिला प्रशासन इसी महीनें चीनी मिलों को चालू कराने की कोशिशों में जुटा हुआ है। जिले के गन्ना किसानों के लिए बडी खुशखबरी है कि जिले की सभी चीनी मिलें इसी महीनें चालू हो जाएंगी। कौन सी शुगर मिल किस तारीख में पेराई शुरु करेगी, यह जानने के लिए पढें पूरी खबर।

जिले में भाकियू आंदोलन की गर्माहट कम करने के लिए इस बार अक्टूबर माह में ही सभी शुगर मिलों में गन्ना पेराई आरंभ हो जाएगी। इसके लिए तिथि घोषित कर दी गई है। सबसे पहले सहकारी शुगर मिल मोरना 27 अक्टूबर को संचालित होगी। 31 अक्टूबर तक सभी आठ मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी। मिल संचालन से तीन दिन पहले किसानों के लिए समितियों से इंडेंट जारी कर दिया जाएगा।

गन्ना सत्र समय से चालू करने को लेकर प्रतिदिन किसानों को आंदोलन करना पड़ता है। इस बार भी भाकियू समेत किसान संगठनों ने समय से गन्ना मिलों को चलाने की मांग की है। वहीं भाकियू पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर धरनारत हैं। उनकी प्रमुख मांगों में बकाया भुगतान, समय से मिलों का संचालन और गन्ना मूल्य में वृद्धि है। मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रखी है।

ऐसे में प्रशासन ने शुगर मिलों को अक्टूबर माह में ही चलाने का दबाव बनाया। इसके चलते शुगर मिलों की ओर से अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में संचालन की घोषणा की है। सभी आठ शुगर मिलों ने पेराई तिथि घोषित कर दी गई है। बीते वर्षों में नवंबर के पहले सप्ताह में शुगर मिलों का संचालन होता था।

इस बार सहकारी शुगर मिल मोरना 27 अक्टूबर से गन्ना पेराई शुरू करेगी। 28 अक्टूबर को खतौली, मंसूरपुर, खाईखेड़ी और तितावी शुगर मिलों का संचालन होगा। 30 अक्टूबर को भैंसाना, टिकौला और 31 अक्टूबर को रोहाना शुगर मिल में गन्ना पेराई सत्र का शुभारंभ होगा। मोरना शुगर मिल से 24 अक्टूबर को इंडेंट जारी हो जाएगा।

जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया ने बताया कि गन्ने का नया सत्र इस बार अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होगा। जनपद की सभी आठ शुगर मिलें अक्टूबर में ही संचालित हो जाएंगी। भैंसाना शुगर मिल से भुगतान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही भुगतान कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष 1.76 लाख हेक्टेयर भूमि में गन्ने की फसल बोई गई है। गत वर्ष के सापेक्ष इस सीजन में गन्ना रकबा 4000 हेक्टेयर बढ़ा है। बताया कि गत वर्ष 1669.49 लाख कुंतल गन्ने का उत्पादन हुआ था। भैंसाना मिल पर 169 करोड़ रुपये बकाया है।