शामली। इस बार दीपावली के बाद जिले की सभी चीनी मिलों का पेराई सत्र चालू होगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है। चीनी मिलों की मरम्मत का 70 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका है। तीस प्रतिशत कार्य बीस अक्तूबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। अगले माह चीनी मिलें अपना गन्ना रिकवरी परीक्षण कर लेगी।
पिछले दो सालों में जिले की तीनों चीनी मिलों का एक नवंबर के बाद पेराई सत्र शुरु हुआ था। पिछले वर्ष सात नवंबर को थानाभवन चीनी मिल, आठ नवंबर को शामली चीनी मिल और ऊन चीनी मिल 13 नवंबर को चालू हुआ था। इस साल गन्ना पेराई सत्र दीपावली के बाद पे चालू करने की तैयारियां चल रही है। नए पेराई पत्र की तैयारी के लिए शामली, ऊन और थानाभवन चीनी मिल प्रबंधन जुटा है। थानाभवन चीनी मिल में मरम्मत का कार्य 70 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। शामली और ऊन मिल में नए पेराई सत्र के लिए मशीनरी मरम्मत कार्य जोरशोर से चल रहा है। अगले माह चीनी मिले गन्ना रिकवरी टेस्ट कराएगी।
अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में चीनी मिलों में बॉयलर पूजन करके अग्नि प्रज्ज्वलित की जाएगी। हालांकि अभी तक नए गन्ना पेराई सत्र की तैयारी के मद्देनजर गन्ना समिति स्तरीय सट्टा प्रदर्शन मेले आगामी 27 सितंबर तक चल रहे है। जिसमें किसानों के ऑनलाइन घोषणा पत्र भरे जा चुके हैं। सट्टा प्रदर्शन मेले में आने वाली आपत्तियों का अक्तूूबर माह के प्रथम सप्ताह में निस्तारण करने के बाद गन्ना आयुक्त लखनऊ को भेजे जाएंगे। लखनऊ स्तर पर गन्ना आयुक्त की मौजूदगी में गन्ना किसानों और अधिकारियों की गन्ना सुरक्षण बैठक होगी। जिसमें चीनी मिलों गन्ना खरीद केंद्रों का निर्धारण होगा।
जिले की सहकारी गन्ना समिति कच्चे कैलेंडर प्रकाशित करके किसानों को ऑनलाइन भेज दिया गया है। थानाभवन चीनी मिल के यूनिट हैड जेबी सिंह ने बताया कि मिल का 70 प्रतिशत मशीनरी की मरम्मत कार्य पूरा चुका है। उनका कहना है कि अक्तबूर के अंतिम सप्ताह में थानाभवन चीनी मिल अपना पेराई सत्र शुरु कर सकती है। शामली चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक सुशील खोखर ने बताया कि आगामी 28 अक्तूबर को शामली चीनी मिल अपना नया पेराई सत्र शुरू कर देगी। डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने बताया कि जिले की सभी चीनी मिलें दीपावली बाद अपना पेराई सत्र चालू कर देंगी। फिलहाल चीनी मिलों की ओर से पेराई सत्र शुरू करने की तिथि घोषित नहीं की गई है। सितंबर माह में बारिश का असर रिकवरी पर नहीं होगा। अक्तूबर माह की बारिश गन्ना रिकवरी का असर होता है।
जिले की चीनी मिलों की गन्ना पेराई क्षमता
मिल पेराई क्षमता
शामली 75 हजार क्विंटल प्रतिदिन
ऊन 75 हजार क्विंटल प्रतिदिन
थानाभवन 90 हजार क्विंटल प्रतिदिन