मुजफ्फरनगर। जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर पिछले सात दिन से जारी भारतीय किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन आज भी जारी रहा। भाकियू नेताओं ने प्रशासन पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए 23 अक्टूबर को रेलवे ट्रैक पर पंचायत करने की चेतावनी दी है।
भाकियू किसान यूनियन (टिकैत) का जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर धरना आज लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि किसानों की जायज मांगों को लेकर अधिकारी गम्भीर नही हैं।
आज चल रहे धरने पर भारतीय किसान यूनियन बड़े पदाधिकारियों की मोजूदगी में भाकियू कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के भ्रष्टाचार, किसानों की मांग को लेकर चल रहे धरने की अनदेखी करना, पुलिस द्वारा पुरकाजी में तथा अन्य जगहों पर कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लिखने को लेकर भारी रोष जताया।
आज भाकियू नेताओं द्वारा 23 अक्टूबर को प्रशासन के भ्रष्टाचार और किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ पंचायत का ऐलान किया गया। कार्यकर्ता रेलवे लाईन रोकने की जिद पर अड गए। जिसके बाद 23 अक्टूबर को होने वाली पंचायत रेलवे लाईन पर होगी या कहीं ओर यह फैसला लेने का अधिकार अनुशासन समिति और जिला नेतृत्व को दिया गयज्ञ।
भाकियू नेताओं ने गरजते हुए कहा कि सरकार और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ 23 अक्टूबर को हल्ला बोल होगा। जिले के भ्रष्ट प्रशासन में हिम्मत होगी तो किसानों को रोककर दिखाएं, जहां चाहेंगे यूनियन का झंडा लगाकर दिखायेंगे।
इस दौरान धरने को लगातार चलाने के लिए जिले के सभी ब्लॉकों के पदाधिकारियों की जिम्मेदारी लगाई गई। पदाधिकारी व कार्यकर्ता ट्रेक्टरो से भट्टियां और खाने की सामग्री लेकर आयेंगे। सर्वसम्मति से इस बार की लडाई को आरपार करने का निर्णय लिया गया।
मीटिंग में मुख्य रूप से योगेश शर्मा जिलाध्यक्ष प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, जहीर फारूकी चेयरमैन ,श्यामपाल चेयरमैन,नवीन राठी, विकास शर्मा,कपिल सोम,प्रताप प्रधान,अमीर सिंह,देव अहलावत,बिजेंद्र बलियान, योगेंद्र पहलवान,मोनू प्रधान, कुलदीप त्यागी,मान सिंह प्रधान,विकास चौधरी, अमरजीत सिंह, पवन त्यागी, दुर्गेश शर्मा, सोबाण त्यागी आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।