
बागपत। कृषि कानूनों को लेकर किसानों का दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन जारी है। आंदोलन का आज 21वां दिन हैं। इसी बीच आज यूपी के किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। दिल्ली के लिए रवाना हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को अपना जिद्दी रवैया छोड़ना चाहिए, सरकार हठधर्मिता अपना रही है। नरेश टिकैत आज गाजीपुर बॉर्डर पर होने वाली पंचायत में शामिल होने के लिए अपने काफिले को लेकर निकले थे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत गुरुवार को मुजफ्फरनगर से दिल्ली के लिए रवाना हुए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया, लेकिन उन्होंने किसी की एक न सुनी।करीब 25 गाड़ियों के काफिले में डेढ़ सौ के करीब कार्यकर्ता उनके साथ हैं। इससे पहले वह बड़ौत पहुंचे, जहां उन्होंने खाप चौधरियों के साथ मीटिंग की।
यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता कर रही है। अब तक छह दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर किसानों की समस्या का हल निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज किसानों के आंदोलन का 21वां दिन हो चुके हैं, किसान सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे पड़ें हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। कहा कि सरकार चाहती है कि किसानों में टकराव पैदा हो। किसान टकराव नहीं चाहते, वे अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं। सरकार इस मामले को मामूली मानकर चल रहा है जबकि यह गंभीर मामला है। कहा कि बातचीत से समस्या का हल निकलना चाहिए। आंदोलन में शामिल किसी भी संगठन को भले ही बातचीत के लिए बुलाया जाए लेकिन मसला हल होना चाहिए। सभी किसान भले ही अलग अलग संगठनों से आते हैं लेकिन सभी की मंजिल एक है।
बता दें कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस रात भर किसान नेताओं के संपर्क में रही। मुजफ्फरनगर में एसएसपी ने सिसौली पहुंचकर चौधरी नरेश टिकैत से दिल्ली न जाने का आग्रह किया लेकिन नरेश टिकैत नहीं माने।
मेरठ-सहारनपुर, बागपत व शामली सभी जिलों में किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। बागपत में हरियाणा के किसानों की ईस्टर्न पेरिफेरल वे पर पहुंचने की सूचना पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
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