कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान का खुमार युवाओं पर छाया रहा। सुबह 9 बजे ही ट्रैक्टरों पर संगीत बजाते छतों पर चढ़ कर नाचने लगे थे। उनका नाच गाना दोपहर बाद तक जारी रहा। युवाओं ने अरदास की और किसान एकता मंच के सामने जमकर नाचे। महिलाओं और बुजुर्गों ने भी उनका साथ दिया। युवक राजू ने कहा कि अभी देखना है कि कहीं किसानों के बहाने राजनीतिक हित तो नहीं साधा जा रहा।
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