मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने सोमवार को अपने बोर्ड के कार्यकाल के 3 वर्ष पूर्ण होने पर लेखा-जोखा प्रस्तुत करने के साथ ही उपलब्धियों को भी साझा किया। इस दौरान भाजपा नेताओं के बीच ही चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने जिला प्रशासन के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए खुली चेतावनी दी कि यदि महाराणा प्रताप मूर्ति स्मारक को लेकर सभासदों के खिलाफ मुचलका की कार्यवाही वापस नहीं की गयी तो वह प्रशासन के खिलाफ धरना देंगी। उन्होंने अपने बोर्ड को विकास के एजेंडे पर एकजुट बताते हुए कहा कि प्रशासन की कार्यवाही आपसी भाईचारे और प्रेमभाव के विपरीत है। उन्होंने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली समझती हैं कि वह एकजुट बोर्ड की मुखिया हैं। यहां अब पक्ष विपक्ष कुछ नहीं है। भोपा रोड स्थित बिन्दल वाटिका फार्म हाउस पर नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन ने तीन साल के कार्यकाल के पूर्ण होने पर निजी समारोह आयोजित किया। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने अपनी उपलब्धियों को प्रस्तुत करने के साथ ही आय और व्यय का लेखा जोखा भी पेश किया।
उन्होंने कहा कि नगर की जनता द्वारा मेरे परिवार और मुझ पर विश्वास करते हुए मुझे अपना बहुमूल्य वोट देकर नगरपालिका में अध्यक्ष पद का जो दायित्व सौंपा उसे मैंने अपनी अन्तरात्मा से प्रति पल जनता का दिया हुआ कर्ज समझा, जिसे नगर के विकास के रूप में उतारने का प्रयास कर रही हूं।
उन्होंने कहा कि तीन साल में पूरा बोर्ड नगर के विकास को लेकर एकजुट रहा है। सभी सभासदों, अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही खास तौर पर सफाई कर्मियों का हमें पूरा सहयोग मिला है। हमने पहले ही दिन से पालिका की आय बढ़ाने और खर्च कम करने के लिए काम किया है। जो कहा हमने करके दिखाया है। कागजी कोई योजना नहीं बनाई गयी है। जो हुआ वह धरातल पर नजर आता है। उन्होंने कहा कि पहले ही दिन से वह जनता के बीच विकास किया है, विकास करेंगे की प्राथमिकता लेकर पहुंचती रही हैं। अब हमारा उद्देश्य पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के सपनों के अनुसार शहर को ग्रीन और क्लीन सिटी के रूप में विकसित करना है। इसके लिए शहर में पार्कों का सौन्दर्यकरण कराने के साथ ही कंपनी बाग और गांधी वाटिका में म्युजिकल फव्वारों को लगाने के साथ ही शहर के बीच हरे भरे डिवाईडरों का निर्माण कराया गया है। उन्होंने अपनी उपलब्धियों को सामने रखते हुए कहा कि पूर्व में पालिका की परम्परा रही है कि साल में केवल तीन महीने ही नालों की सफाई का कार्य कराया जाता था, लेकिन हमने इसे निरंतरता प्रदान की ताकि शहर की जल निकासी में कोई अवरोध उत्प्न्न न होने पाये। 12 अपै्रल से यह अभियान शुरू किया गया है और मैं आज कह सकती हूं कि नाला सफाई के लिए जो काम इस बार किया गया है, वह पूर्व के किसी भी बोर्ड में नहीं किया गया।
उन्होंने नाला सफाई में लगे कर्मियों के साहस और कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि गहरी और बंद पुलिया के नीचे उतरकर भी गन्दगी बाहर निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि पथ प्रकाश के लिए पालिका को भारी वित्तीय बोझ से जूझना पड़ता था, इनमें एक योजनाबद तरीके से शहर के सभी लाइट प्वाइंट्स को सोडियम से एलईडी में परिवर्तित किया और इससे बोर्ड को 6 करोड़ रुपये की बचत होने के साथ ही 90 लाख रुपये प्रतिमाह के विद्युत उपयोग बिल के भुगतान में भी भारी कमी आयी और यह बिजली बिल 15 लाख प्रतिमाह पर आ गया। इसके साथ ही शहर में अंतिम क्रियाक्रम के लिए केवल दो ही शमशान घाट दोनों छोर पर होने की समस्या को देखते हुए शहर के बीच गोल चक्कर सड़क पर नया शमशान घाट का निर्माण कराया गया। नगर की जनता को राहत देने के लिए बढ़े टैक्स के निर्णय को बोर्ड बैठक में सहमति के बाद वापस लिया गया। शहर में आधुनिक शौचालयों के निर्माण कराये जा रहे हैं, ताकि जनता को दैनिक क्रिया के लिए बेहतर सुविधा मिले और शहर को स्वच्छ रखने में भी सहायता प्राप्त हो पाये। उन्होंने कहा कि शहर की जलापूर्ति सुधारने के लिए 16 नये नलकूपों को स्थापित किया गया है। अब पालिका के पास 66 नलकूप ऑटोमाइजेशन व्यवस्था के अन्तर्गत होने से जलापूर्ति में लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने भविष्य की योजना को सामने रखते हुए कहा कि पीस लाइब्रेरी के स्थान पर मल्टीप्लेक्स भवन का निर्माण होगा, यहां पर एक डिजीटल लाइब्रेरी की स्थापना और पार्किंग भी बनाई जायेगी।
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आपसी भाईचारे को छिन्न भिन्न करने पर उतरा हुआ है। पालिका बोर्ड बैठक में देश के महान योदा और महापुरुष महाराणा प्रताप मूर्ति स्मारक बनाये जाने का निर्णय लिया गया था। इस मामले में जिला प्रशासन ने पालिका के सभासदों के साथ ही अन्य लोगों पर मुचलका पाबंदी की कार्यवाही की है, जो निंदनीय है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सभासदों के खिलाफ की गयी इस कार्यवाही को वापस नहीं लिया जाता है तो वह स्वयं प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठने को विवश होंगी। किसी का भी उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा। इस पर वहां मौजूद विधायक प्रमोद उटवाल और भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को सभासदों के खिलाफ मुचलका कार्यवाही वापस लेनी होगी। धरने की हम आवश्यकता नहीं पड़ने देंगे।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से पुरकाजी विधायक प्रमोद उटवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, उद्योगपति सतीश चंद गोयल, राकेश बिन्दल, पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल, सोनिया लूथरा, अजय अग्रवाल, भाजपा नेता अचिंत मित्तल, वैभव त्यागी, इंजी. अशोक अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, वंशिका अग्रवाल, राजीव शर्मा, मनोज वर्मा सहित सभासद और पालिका के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के तीन वर्ष के कार्यकाल पर प्रकाशित पत्रिका का भी विमोचन किया। संचालन स्टेनो गोपाल त्यागी ने किया।
नगरपालिका परिषद् अंजू अग्रवाल आज पूरी तरह से भाजपाई नजर आयी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य पीएम नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास की नीति पर चलते हुए सभी का विश्वास जीतना है। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि भाजपा में जाना उनकी मजबूरी नहीं, भगवान की मर्जी थी। जो भगवान नियती तय कर देता है, समय पर उसको होना होता है। उन्होंने कहा कि हमने सीमित संसाधनों से पालिका में काम किया और शहर विकास के लिए सभी के सहयोग से सफलता पाई है। अब भाजपा में रहकर और बेहतर किये जाने का प्रयास होगा।