
मुजफ्फरनगर। शहर के अधिवक्ता के परिवार को हज कराने के नाम पर करीब 30 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पूरा परिवार हज करने के लिए मक्का भी पहुंच गया, लेकिन जब हकीकत उनके सामने आई तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। पूरा मामला जान आपके भी होश उड जाएंगे।
मोहल्ला सरवट निवासी अधिवक्ता शादाब ने सिविल लाइन थाने में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि उनके एक रिश्तेदार ने खालापार निवासी दो सगे भाइयों आबाद कुरैशी व भूरा कुरैशी से मुलाकात कराई थी। दोनों भाइयों ने उन्हें पांच लाख रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से हज पर भेजने की बात कही थी।
इस खर्च में हज कराने से लेकर खाने व होटल में ठहरने का खर्च भी शामिल था। दोनों भाइयों की बातों में आकर उन्हें छह लाख रुपए एडवांस दे दिए। दोनों से पीड़ित व उसकी पत्नी, बड़े भाई शहजाद व उसकी पत्नी, फुफेरे भाई मोहम्मद आमिर व उसकी पत्नी को भेजना तय किया गया था।
20 जून 2023 को दोनों भाइयों ने हज के लिए टिकट दे दिए। आरोप है कि दोनों आरोपी भाई उन्हें टूरिस्ट वीजा पर हज के लिए ले जा रहे थे। यह नियम के खिलाफ है। पता चलने पर एयरपोर्ट पर इसका विरोध जताया तब आरोपी भूरा ने आश्वासन देकर कहा कि वहां पर उसकी सेटिंग है। वह चिंता न करें वह लोग सभी को हज करा देगा।
मक्का पहुंचने पर आरोपी भूरा ने होटल के बजाए एक मकान में ठहराया। इतना ही नहीं, आरोपी भूरा उन्हें कार में मक्का से हज कराने के लिए मीना ले गया। आरोप है कि मीना में भूरा उन सभी को एक पुल के नीचे हज के लिए फर्जी बिल्ले और कड़े देकर भाग गया। यह पता चलने पर वहां की पुलिस उनके पीछे लग गई। किसी तरह वहां से बचकर वह सभी अपने खर्चे पर हज करने पहुंचे।
दोनों आरोपियों ने उन्हें वापस लौटने पर उनके रुपये देने का आश्वासन दिया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। थाना सिविल लाइन पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी दोनों भाइयों व उनके दो अन्य मददगार साथियों के खिलाफ तीस लाख की ठगी करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ राम आशीष यादव ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है।
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