मेरठ/मुजफ्फरनगर। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम बिगड़ा हुआ है। पिछले दिनों जहां बारिश से ठंड में इजाफा हो गया, वहीं मंगलवार को दिन में धूप खिली लेकिन रात होते होते बूंदाबांदी शुरू हो गई। मेरठ समेत कई जिलों में बुधवार सुबह तेज बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलीं। बारिश से तापमान में गिरावट आई है वहीं जनजीवन प्रभावित हुआ है।
तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई। मंगलवार को कभी बारिश हुई तो कभी धूप खिली। बुधवार को सुबह से ही तेज बारिश के साथ सहारनपुर में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आज से मौसम साफ होने की उम्मीद है। हालांकि इसके बाद से सुबह के समय कोहरा बढ़ने की संभावना है। मौसम के बदलाव से दिन का तापमान तो गिर गया, लेकिन रात का तापमान सबसे ज्यादा रहा। अभी तक दिसंबर और जनवरी में पहली बार रात का तापमान 13 डिग्री पर पहुंचा है। सोमवार की रात सीजन में गर्म रही है। उधर, आज सुबह हुई बारिश के बाद ऑफिस व कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हुई।
मेरठ-मुजफ्फरनगर व बागपत में शहर व देहात क्षेत्रों में भी बारिश हुई। इस दौरान लोग जलभराव की समस्या का भी सामना कर रहे हैं। कई स्थानों पर लोगों को पानी से होकर गुजरना पड़ा। भीषण ठंड से जूझ रहे वेस्ट यूपी के लोगों को अब सर्दी के साथ मुसीबत बनी बारिश से भी जूझना पड़ रहा है। शामली व बिजनौर जनपदों में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। इस मौसम में बारिश से जहां गेहूं की फसल को फायदा होगा तो सरसों व आलू की फसल के लिए ओलावृष्टि नुकसानदायक साबित होगी। बारिश से मौसम बदलने के साथ ठंड में बढ़ोत्तरी हुई है। शहर व देहात क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। देहात क्षेत्रों में किसान गन्ने की छिलाई कर रहे हैं बारिश से उन्हें काफी परेशानी हुई। उधर, गन्ना क्रय केंद्रों में पानी भर जाने से मुश्किल हुई। आलू की फसल के लिए बारिश नुकसानदायक साबित होगी। सुबह से हो रही बारिश से जहां गला देने वाली सर्दी का एहसास हुआ। लोग घरों में कैद होने को विवश हो गए। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों से नहीं निकले। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिन मौसम साफ रहने की संभावना है।