
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से बना चक्रवाती तूफान तमिलनाडु की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. यह तूफान मंगलवार से बृहस्पतिवार के बीच आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में दस्तक दे सकता है. इस चक्रवाती तूफान का नाम ‘निवार’ रखा गया है. इसे लेकर मौसम विभाग ने हाईअलर्ट जारी किया है. तूफान के तटीय क्षेत्रों से टकराने से समुद्र में ऊंची लहरें उठने और तेज बारिश की संभावना जताई गई है.
IMD के मुताबिक चक्रवाती तूफान निवार अगले 24 घंटे में तमिलनाडु और पुड्डुचेरी के तटीय इलाकों को पार कर सकता है. IMD ने बताया कि तमिलनाडु, पुड्डुचेरी के आसपास के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. IMD ने बताया कि इस दौरान हवा की रफ्तार करीब 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. तूफान के अलर्ट के बाद मछुआरों को समुद्र किनारे ना जाने की सलाह दी गई है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने चक्रवात ‘निवार’ (Nivar) के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य शुरू करने के लिए 30 दलों को तैयार किया है. एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 12 दलों की पूर्व तैनाती कर दी गयी है, वहीं 18 अन्य इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में तैनाती के लिए तैयार हैं.
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति ने सोमवार को यहां बैठक की और तूफान के मद्देनजर अनेक उपायों पर विचार करने के साथ ही संबंधित राज्य सरकारों समेत अनेक पक्षों को प्रभावित क्षेत्रों में किसी की जान नहीं जाने देने और सामान्य स्थिति जल्द बहाल करने का निर्देश दिया.
आंध्र प्रदेश के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव का क्षेत्र तूफान में बदल सकता है और 25 नवंबर को उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र के बीच तटीय क्षेत्र को पार कर सकता है.
राज्य आपदा प्रबंधन आयुक्त के. कन्ना बाबू ने कहा कि समुद्र में लहरें तेज होंगी और मछुआरों को तीन दिन तक पानी में नहीं जाना चाहिए. पुडुचेरी प्रशासन ने भी तूफान का सामना करने के लिए बहुस्तरीय योजना तैयार की है.
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