मेरठ। मेरठ के हस्तिनापुर में थाना क्षेत्र के मध्य गंगनहर किनारे भद्रकाली मंदिर के नजदीक बसी कृष्णा नगर कॉलोनी निवासी पिता-पुत्र के शवों का रविवार को पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें गंगा में डूबने से मौत का कारण बताया गया। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शवों का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया और दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की।

वहीं, मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और नायब तहसीलदार ने समझाने का प्रयास किया। उधर, राज्यमंत्री दिनेश खटीक के आश्वासन पर शवों का अंतिम संस्कार किया गया। कृष्णानगर कॉलोनी निवासी असीम अपने 15 वर्षीय बेटे गौरव के साथ शनिवार को गंगा किनारे मछली पकड़ने गया था। जहां वह दोनों संदिग्ध परिस्थितियों में गंगा में डूब गए। रविवार दोपहर गौरव का शव गंगा किनारे पानी में बहता मिला। पुलिस ने गोताखोरों से पिता असीम की तलाश कराई। कुछ दूरी पर ही असीम का शव भी बरामद हो गया था। असीम के भाई सुभाष, विनय समेत कॉलोनी के लोगों का कहना है कि पिता-पुत्र की हत्या कर शव नदी में फेंके गए हैं। पुलिस ने दोनों शवों को रविवार शाम पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

सोमवार पिता-पुत्र का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा। परिजन व ग्रामीण एकत्र हो गए और दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। उनका कहना है कि पिता की गर्दन व पुत्र के हाथ में चोट है और दोनों को तैरना आता था। इसलिए गंगा नदी में डूबने की बात सही नहीं है। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार सचिन चौधरी व थाना प्रभारी अनिल कुमार ने समझाने का प्रयास किया। मौजूद लोगों ने बताया कि एक दिन पूर्व ही पड़ोस के ही गांव के एक व्यक्ति ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी।

थाना प्रभारी ने मुकदमा पंजीकृत कराने की बात भी कही, लेकिन वे दोबारा से पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़े रहे। राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने पीड़ित परिवार के बीच पहुंच कर सांत्वना देते हुए आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया। उनके आश्वासन पर दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया।