मुजफ्फरनगर। स्वामी कल्याण देव डिग्री कॉलेज सभागार में शुक्रवार को सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड मोरना के तत्वावधान में सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक हुई। जिसमें डेलीगेट्स व डायरेक्टरों ने गन्ना विकास परिषद समिति की सदस्यता की यथास्थिति, गन्ना सट्टा पर्चियों का वितरण और कई वर्षों से रुके समिति कमीशन को जारी करने की मांग की।

शुक्रवार को आयोजित बैठक में अजय चेयरमैन, श्योरण सिंह ने कहा कि मिल स्थापना समय से पहले हम तितावी समिति से जुड़े हुए थे, गन्ना विकास परिषद समिति मोरना का मोरना मिल चलने पर गठन किया गया था। मोरना क्षेत्र के किसान शेयर होल्डर है। हम सहकारी गन्ना समिति को किसी रूप में स्वीकार नही करेंगे। भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष विकास डायरेक्टर ने कहा कि मोरना मिल समितियों द्वारा क्षेत्र में कई दवाई खाद, कृषि यंत्र आदि के लिए गोदाम लाखो रुपये खर्च करके बनाए गए थे, जिनकी हालत बेहद खराब हो चुकी है।

ककरौली प्रधान प्रकाशवीर बाबूजी, सतीश चेयरमैन, गुड्डू आदि ने खाइखेड़ी मिल का गन्ना क्रय केंद्र को निरस्त के मोरना मिल में किसानों का गन्ना गेट पर सप्लाई कराए जाने की मांग रखी। वही, बेहड़ा सादात के किसानों ने टिकोला मिल के गन्ना क्रय केंद्र और अधिक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा। संसार सिंह डारेक्टर, मनोज राठी, श्यामबीर व सुभाष ने समिति की दोहरी सदस्यता समाप्त कराए जाने की मांग रखी। इस दौरान गन्ना जिलाधिकारी आरडी द्विवेदी ने बताया कि चीनी मिल मोरना में 12 करोड़ सात लाख रुपया प्रबंधन के खाते में आ चुका है। गन्ना पेराई सत्र शुरू होने से पहले पूर्ण गन्ना भुगतान करा दिया जाएगा।