सहारनपुर। सदर बाजार थाने के मालखाने से 13 साल पहले गायब हुए आठ लाख 10 हजार रुपये के मामले में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में अदालत के आदेश पर एएसपी प्रीति यादव ने जांच की थी। जांच में पाया गया कि मालखाने में नौ लाख 500 रुपये जमा कराए गए थे, लेकिन आठ लाख 10 हजार रुपये ट्रेजरी में जमा नहीं कराए गए। वह मालखने से ही गायब हो गए। एक पुलिसकर्मी मुजफ्फरनगर तो दूसरा अलीगढ़ में तैनात है।
सदर बाजार थाना पुलिस ने वर्ष 2009 में वैशली विहार में स्थित एक मकान पर छापेमारी की थी। यहां से पुलिस ने कुछ जुआरी पकड़े और नौ लाख 500 रुपये बरामद किए थे। पूरी रकम सदर बाजार थाने के मालखाने में जमा कराई गई। उस समय मालखाने के इंचार्ज हेड मोहर्रिर अनिल कुमार हुआ करते थे और सदर बाजार थाने के कार्यालय के इंचार्ज हेड मोहर्रिर बिजेंद्र सिंह हुआ करते थे। दोनों की देखरेख में यह रकम मालखाने में जमा कराई गई थी। जिस समय कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हुई तो बताया गया था कि नौ लाख 500 रुपये बरामद हुए हैं। इस मामले का राजफाश तब हुआ, जब मेरठ की ब्रहमपुरी कालोनी निवासी पूनम पत्नी मुकेश कुमार ने अदालत में एक याचिका लगाई जब वह वैशाली विहार सहारनपुर में रहते थे तो उस समय सदर बाजार पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी। उसके पति को जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। घर की अलमारी में रखे नौ लाख 500 रुपये भी उठा लिए। सदर बाजार पुलिस से इस मामले में अदालत ने रिपोर्ट मांगी तो पुलिस ने रिपोर्ट दी कि उस समय मालखाने में केवल 90 हजार 500 रुपये ही रखे गए थे। अदालत को बताया गया कि आठ लाख 10 हजार रुपये गायब हैं। जिसके बाद अदालत ने मामले की एसएसपी को जांच के आदेश दिए।
एएसपी प्रीति यादव ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि हेड मोहर्रिर अनिल कुमार और बिजेंद्र सिंह की मौजूदगी में पैसा रखा गया था और उनकी मौजूदगी में ही गायब हुआ है। सदर बाजार थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पुलिसकमियों के खिलाफ मालखाने से रकम गायब होने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सदर बाजार थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि बिजेंद्र सिंह उस समय हेड मोहर्रिर थे, लेकिन अब वह प्रमोशन होने के बाद दारोगा बन गए हैं। वर्तमान में वह अलीगढ़ जिले में तैनात है। उन्होंने बताया कि दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 409 (गबन करना), 218 (अभिलेखों में छेड़छाड़ करना), 420 (धोखाधड़ी करना) में मुकदमा दर्ज हुआ है। सहारनपुर एसएसपी ने अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर के एसएसपी को दोनों को सस्पेंड करने की रिपोर्ट भेज दी है।