शामली, चौसाना। गांव बल्ला मजरा में कुत्ते के काटने के बाद हुए बुखार से आठ वर्षीय एक बालिका की मेरठ के अस्पताल में मौत हो गई। बुखार से मौत होने के बाद ऊन सीएचसी प्रभारी के नेतृत्व में विभागीय टीम गांव में पहुंची और परिजनों सहित आसपास के लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। टीम ने बालिका के संपर्क में आने वाले डेढ़ दर्जन लोगों को एंटी रेबीज के टीके भी लगाए।
चौसाना क्षेत्र के गांव बल्ला मजरा में महविश (8) पुत्री गुल्लू को दो माह पूर्व कुत्ते ने काटा था। परिजनों ने बताया कि बालिका को बुखार आने पर पहले तो स्थानीय चिकित्सकों से इलाज कराया। इसके बाद झाड़ने की क्रिया की कराई, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद परिजन सोमवार को बालिका को लेकर सीएचसी ऊन ले गए। जहां से चिकित्सकों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। बुधवार की शाम को बुखार से पीड़ित बालिका की मौत हो गई।
बालिका की मौत की सूचना के बाद बृहस्पतिवार को चिकित्सा प्रभारी डॉ. सलीम अहमद स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ गांव में पहुंचे और बालिका के परिजनों से जानकारी हासिल की। परिजनों ने बताया कि दो माह पूर्व कुत्ते के काटने के बाद बालिका के व्यवहार में परिर्वतन आ गया था। चिकित्सकों की टीम ने कुत्ते के काटे जाने के बाद बुखार के संक्रमण की जानकारी होने पर मृतका के परिजनों व बालिका के संपर्क में आने वाले 19 व्यक्तियों को एंटी रेबीज का टीकाकरण किया। इसके अलावा 50 घरों में बुखार व बीमारी का सर्वे किया गया।
बल्लामाजरा में आठ वर्षीय बालिका की बुखार होने के कारण मौत की सूचना पर टीम गांव में गई थी। जहां पर बालिका को कुत्ते काटे जाने की जानकारी मिली। जिसके बाद बालिका को बुखार आया। टीम ने मृतका के परिजनों व आसपास के लोगों की जांच कर टीके लगाए गए। चिकित्सा प्रभारी, डॉ. सलीम अहमद-ऊन