शामली। मुरादनगर में शमशान घाट का लेंटर गिरने से 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में शामली के पिता-पुत्र भी शामिल हैं। सोमवार को पिता-पुत्र की अर्थी एक साथ उठी, तो मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया। मोहल्ले वाले भी गमगीन माहौल में शमशान में घटिया निर्माण कर लेंटर डालने वालों को कोसते नजर आए और उन्होंने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। हालाकि गाजियाबाद प्रशासन ने मुरादनगर नगर पालिका ईओ समेत कई संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

जिला गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर कस्बे के रहने वाले फल विक्रेता दयाराम का अंतिम संस्कार करने के लिए उसके परिजनों समेत दर्जनों लोग शमशान घाट पहुंचे थे। बताया जाता है कि तभी शमशान घाट का लेंटर भरभराकर गिर गया जिसके नीचे दबने से 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जिनमें शहर शामली के पिता-पुत्र विनोद और अक्षय जो मुरादनगर में किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। उनकी भी मौत हुई है।

सोमवार की सुबह जैसे ही दोनों पिता-पुत्र के शव मोहल्ला दयानन्द नगर स्थित उनके घर पहुंचे, तो परिजनों में चीख पुकार मच गई। पिता और पुत्र की अर्थी एक साथ एक घर से उठी, तो मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखे भर आई और सब लोग घटिया लेंटर निर्माण करने वालो को कोसते दिखे। उक्त मामले में करीब 26 लोगों की मौत हो जाने के बाद जिला गाजियाबाद प्रशासन हरकत में आया है। जिला प्रशासन गाजियाबाद ने मुरादनगर नगर पालिका ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष और ठेकेदार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी है।