मुंबई. देश भर में काली पोस्टर विवाद के बीच असम से नया मामला सामने आया है। यहां भगवान शिव और माता पार्वती बन नुक्कड़ नाटक करना दो कलाकारों को महंगा पड़ गया। दोनों ही कलाकारों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि दोनों को जमानत मिल गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्हें नोटिस दिया गया है और रिहा कर दिया गया है।

मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया कि ऐसे कपड़े पहनना कोई अपराध नहीं है, अगर उसमें कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं है। भगवान शिव के रूप में एक प्रदर्शनकारी की गिरफ्तारी के संबंध में नगांव पुलिस को उचित आदेश जारी किया गया है। बाद में उसे जमानत मिल गई।

पूरा मामला असम के नगांव जिले का है। यहां दो कलाकार पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों, बेरोजगारी व महंगाई जैसी समस्या का विरोध करते हुए नुक्कड़ नाटक कर रहे थे। इस दौरान देनों मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकले थे। बताया जा रहा है कि नाटक के दौरान कलाकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा।

इसके बाद दोनों ही कलाकारों का भाजपा व हिंदू संगठनों द्वारा विरोध दर्ज कराया। इस मामले में एक शिकायत भाजपा कार्यकर्ता की ओर से भी दी गई। इसके बाद पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।वहीं भाजपा कार्यकर्ता राजा पारीक ने कहा, दोनों कलाकारों ने भगवान शिव और देवी पार्वती के रूप में कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने कहा, यदि आप विरोध करना चाहते हैं, तो बैठो और करो। हम देवताओं के रूप में तैयार होने के उनके कृत्य का समर्थन नहीं करते हैं। वहीं सदन थाना प्रभारी मनोज राजवंशी ने बताया, इस मामले में दो अन्य संदिग्ध हैं। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।