शामली। आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों काे इलाज से पहले आयुष्मान कार्ड का पोर्टल पर ऑनलाइन सत्यापन कराना होगा। साथ ही बायोमेट्रिक मशीन से लाभार्थी के पात्र होने की भी जांच की जाएगी। शासन स्तर से पोर्टल पर बदलाव कर नई व्यवस्था लागू की गई है। जिले में अब तक इस योजना में 24082 लाभार्थी उपचार करा चुके हैं।
जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज मिलता है। इस योजना में लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं। इस योजना के पैनल में जिले की सात सीएचसी और 20 निजी अस्पताल शामिल हैं। इन अस्पतालों में योजना के लाभार्थियों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है। शुरूआत में आयुष्मान कार्ड को देखकर लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया जाता था, लेकिन अब लाभार्थी का पहले आयुष्मान कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन की व्यवस्था शुरू की गई है।
लखनऊ मुख्यालय से लाभार्थी के पात्र होने की पुष्टि होने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया जाता है। साथ ही बायोमैट्रिक मशीन से भी लाभार्थी के पात्र होने की पुष्टि की जाती है। इसका उद्देश्य यह है कि कोई अपात्र व्यक्ति योजना का लाभ न उठा सके। जिले में आयुष्मान योजना में कुल 199973 लाभार्थी है, जिनमें अब तक लगभग 176076 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस योजना में अब तक जिले के 24082 लाभार्थी योजना के तहत उपचार का लाभ प्राप्त कर चुके हैं।
आयुष्मान योजना के शिकायत प्रबंधक वैभव गुप्ता ने बताया कि पहले आयुष्मान कार्ड देखकर ही लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया जाता था। अब पोर्टल पर बदलाव कर नई व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें पहले लाभार्थी के आयुष्मान कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन होगा और बायोमैट्रिक से जांच होगी। इसके बाद लाभार्थी का उपचार शुरू होता है। इस व्यवस्था के लागू होने से कोई अपात्र योजना का लाभ नहीं ले सकेगा।