जोधपुर. सूर्यनगरी में दिनभर की उमस के बाद सोमवार देर शाम शुरू हुआ बारिश का दौर अभी तक जारी है. शहर के ज्यादातर इलाके जलमग्न हो गए हैं. हालत को देखते हुए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने शहर के निजी और सरकारी विद्यालय में आज अवकाश के आदेश जारी किए हैं. मौसम विभाग के अनुसार सुबह साढ़े आठ बजे तक 118.8 एमएम पानी बरसा है. जगह-जगह पानी भरा होने से लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हो रही है.
बता दें, शहर के रेलवे स्टेशन, अस्पताल, सब्जी मंडी और भदवासिया मंडी सभी जगह पर दो-दो फीट पानी भरा हुआ है, जिसके चलते लोग परेशान हैं. इसी तरह से महामंदिर क्षेत्र के रामनगर के बीजेएस से आगे सुल्तान नगर, शोभावतों की ढाणी सहित आसपास के निचले इलाकों में पानी भरा होने से लोगों को परेशानी हो रही है. शहर के सभी बड़े नाले ओवरफ्लो हो गए हैं. भदवासिया मंडी में पानी भरने से आज सुबह सब्जी की बिक्री नहीं हो सकी. इसी तरह मंडोर क्षेत्र में जगह-जगह पर घरों में पानी भर गया.
सुरपुरा बांध भी ओवर फ्लो हो गया है. वर्षो से बंद उमेद नहर में भी आज पानी का बहाव देखने को मिला. भीतरी शहर के अंदर कई पुराने मकानों की दीवारें गिर गई. शहर की पुलिस लाइन में पानी भरने के बाद दीवार तोड़नी पड़ी. शहर में जगह-जगह एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई है. कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने आज पूरे जिले की स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. वे खुद लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
#WATCH | Rajasthan: Cars washed away in Jodhpur after heavy rain triggered a flood-like situation late last night (July 25)
(Video: ANI) pic.twitter.com/cVf567sYmR
— OTV (@otvnews) July 26, 2022
इससे पहले सोमवार शाम साढ़े सात बजे शुरू हुई बारिश की बूंदों ने जो रफ्तार पकड़ी उससे शहर की सड़कें दरिया बन गई. प्रशासन की सभी तैयारियां धरी रह गई. खास तौर से भीतरी शहर में मेहरानगढ़ पहाड़ी की तलहटी से आने वाली पानी से सड़कों पर ऐसा नजारा बन गया जैसे कोई नदी उफान पर हो. पहले दो घंटों में परकोटे की सड़कों पर खड़े दुपहिया वाहनों के अलावा कुछ जगहों पर कारें भी बहने लगी.
खंडा फलसा से जालोरी गेट तक पानी का बहाव इतना तेज था कि 2 कारें इस में बह गई. शहर के सभी बड़े नाले ओवरफ्लो होने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई. शाम के समय अपने काम से घर जाने वाले लोगों के वाहन बंद हो जाने से सड़कों पर खड़े नजर आए. महात्मा गांधी अस्पताल के कई निचले हिस्सों में पानी घुस गया. आपातकालीन इकाई में भी पानी भरने से परेशानी हुई. इसी तरह मथुरा दास माथुर अस्पताल के बाहर सड़क पर दो-दो फीट पानी भर गया.
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