मुजफ्फरनगर। जनपद में पिछले एक माह से से लगातार डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं । गत दो दिनों में डेंगू के चार और नए मामले सामने आए है। इससे चिकित्सा विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं। जनपद में डेंगू की मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। तमाम कोशिशों के बावजूद भी डेंगू की रोकथाम कर पाने में विभाग कामयाब नहीं हो रहा है ‌। लगातार डेंगू और वायरल बुखार के मरीज मिलने से जिला अस्पताल सहित विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक जिला अस्पताल में अभी कोई डेंगू का मरीज भर्ती नहीं है, केवल वायरल बुखार से संबंधित मरीजों का ही इलाज चल रहा है।

बुधवार को गोवर्धन पूजा की छुट्टी होने के बावजूद भी जिला अस्पताल में निजी अस्पतालों में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की आवाजाही लगी रही। जनपद में लगातार वायरल बुखार और डेंगू से लोग पीड़ित हैं। प्राइवेट अस्पतालों में तो और भी बुरा हाल है। यहां अच्छे इलाज की इच्छा लेकर भारी संख्या में वायरल बुखार से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। लोगों में डेंगू का भय बना हुआ है।दीपावली से 1 दिन पहले जनपद में जहां डेंगू के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 37 थी वही 2 दिन में बढ़कर 41 हो गई है। पद में लगातार डेंगू के मामले मिलने से स्वास्थ्य विभाग की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि डेंगू की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी की मानें तो इस मौसम में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जाता है हालांकि मौसम में बदलाव आने के चलते वायरल बुखार का भी प्रकोप बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों से घर में गमलों, पुराने टायरों में वह प्लास्टिक के बर्तनों आदि में पानी नहीं भरने देने की अपील की। कहा कि गमलों अभी से 3 दिन में पानी बदलते रहे ताकि डेंगू का मच्छर पनप ना सके। उन्होंने कहा कि लोगों को साफ सफाई आदि की भी व्यवस्था बनाकर रखनी चाहिए घर से बाहर मास्क लगाकर ही निकले। हाथों को भी कई दफे धोते रहना चाहिए।

जनपद में लगातार सभी ब्लॉकों में फागिंग कराई जा रही है वह एंटी लारवा का छिड़काव किया जा रहा है। ग्रामीणों को भी जागरूक किया जा रहा है इसके अलावा टीम द्वारा शहर में ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को डेंगू के बारे में जागरूक किया जा रहा है। जिले में अभी 41 डेंगू के नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। अभी इस मौसम में मामले बढ़ जाते हैं। जिला अस्पताल में दस बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है। जहां पहले 7 मरीज भर्ती थे, लेकिन आज की डेट में एक भी मरीज जिला अस्पताल में भर्ती नहीं है सभी का इलाज घर पर चल रहा है।