हरियाणा। के गांव नीमका में शनिवार दोपहर बोरवेल की सफाई करने उतरे चार युवकों की जहरीली गैस से दम घुटकर मौत हो गई। मृतकों में दो चचेरे भाई व दो पड़ोसी हैं। इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मांडीखेड़ा स्थित जिला अस्पताल अल आफिया भेज दिया है। जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने सीएमओ और एसडीएम से पूरे प्रकरण की रिपार्ट तलब की है।

गांव नीमका में हनीफ ने अपने खेत में सिंचाई के लिए 12 फीट गहरा कुआं बना रखा है। इसकी सफाई के लिए दोपहर करीब सवा 12 बजे वह अपने बेटे शाहिद (21) और मिस्त्री जमशीद (35) पुत्र उस्मान के साथ खेत में पहुंचा। इस काम में मदद के लिए शाहिद ने अपने दोस्तों जाकिर (18) पुत्र इसराइल व याहया (18) पुत्र इलियास को भी मौके पर बुला लिया था। ये दोनों चचेरे भाई थे। 

गांव के मकसूद ने बताया कि कुएं की सफाई के लिए सबसे पहले जमशीद को उतारा गया। उसकी कोई आवाज नहीं आई तो बाहर खड़े याहया, शाहिद और जाकिर बारी-बारी से कुएं में उतरे और जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गए। बाहर खड़ा हनीफ कुएं के पास गया तो देखा कि चारों अचेत अवस्था में थे। उस पर भी बेहोशी छाने लगी। उसने शोर मचाया तो आवाज सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग पहुंच गए। उन्होंने हनीफ को एकांत में बैठाकर पानी पिलाया तो वह सामान्य हो गया। 

उसने बताया कि शाहिद समेत चार युवक कुएं में  बेहोश हो गए हैं तो लोगों ने रस्सों की मदद से चारों को बाहर निकालकर पुन्हाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं आया। पुन्हाना के डीएसपी शमशेर सिंह का कहना है कि फिलहाल इत्तिफाकन हादसे की धारा 174 के तहत कार्रवाई कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। एसडीएम मनीषा शर्मा ने बताया कि घटना की जांच पुन्हाना के नायब तहसीलदार को सौंपी है।