
गोरखपुर. गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके के दिग्विजयनगर में रेलवे कर्मी मोहम्मद अफरोज की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने शनिवार को पत्नी शादिया और उसके प्रेमी आईटीआई छात्र अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। फरार दो अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
जांच में पता चला कि शादिया ने पति अफरोज को नींद की दवा दी थी। इसके बाद अभिषेक ने अपने दोस्तों इरफान व इरसाद उर्फ दिलसाद के साथ मिलकर हत्या की। दिलशाद ने अफरोज के पैर पकड़े और इरफान ने दोनों हाथ, फिर अभिषेक ने तलवार से गला रेत दिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल तलवार भी बरामद कर ली है और आरोपियों के कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर वारदात का पर्दाफाश किया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी अभिषेक चौधरी महराजगंज जिले के कोल्हुई बाजार थाना क्षेत्र के रुद्रपुर विश्वनाथ गांव का रहने वाला है। बीती 24 मई की रात में अफरोज की गला काटकर हत्या हुई थी। जांच में पता चला कि अफरोज के चार मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर में अफरोज व उसकी पत्नी शादिया रहते थे।
अन्य फ्लोर किराएदारों को दिया गया था। शादिया और अफरोज के बीच अक्सर झगड़ा होता था। इस बीच करीब एक माह पहले मकान के दूसरे फ्लोर पर रहने वाले अभिषेक से शादिया के नजदीकी संबंध हो गए थे। शादिया और अभिषेक चौधरी के रिश्ते के बारे में पति अफरोज को पता चला तो उसने अभिषेक को मकान से निकाल दिया था। लेकिन, बीच-बीच में अफरोज के घर न रहने पर वह आता-जाता था।
एसएसपी ने बताया कि शादिया और अभिषेक ने मिलकर अफरोज की हत्या की साजिश रची। इसके लिए तीन बार कोशिश की गई। पहली बार जहर देकर हत्या की साजिश रची गई। लेकिन, सफलता नहीं मिली। फिर घटना वाले दिन के एक दिन पहले भी अभिषेक हत्या का इरादा लेकर आया था, लेकिन अकेला होने की वजह से लौट गया। इसके बाद उसने अपने दो दोस्तों इरफान व इरशाद को साजिश में शामिल किया।
घटना वाले दिन शादिया ने ऊपर के फ्लोर पर रहने वाले किराएदार से पहले ही बोल दिया था कि अभिषेक आए तो गेट खोल दें, क्योंकि उससे बाकी का किराया लेना है। रात में 12 बजे अभिषेक अपने दोनों साथियों इरफान व इरशाद के साथ आया और किराएदार सूरज सिंह ने गेट खोल दिया।
अभिषेक अपने साथियों के साथ ऊपर के फ्लोर पर चला गया। रात में दो बजे तीनों नीचे के फ्लोर पर आए और मिलकर अफरोज की हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों पीछे के रास्ते से निकल गए। इसके बाद शादिया ने घर में शोर मचाना शुरू कर दिया और पुलिस को सूचना दी गई।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने भाई जावेद की तहरीर पर घटना का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की है। जांच में पता चला है कि शादिया ने अभिषेक को 13 हजार रुपये दिए थे। जिससे उसने जोधपुर जाकर तलवार खरीदी थी। उसी से अफरोज की हत्या की गई थी।
पुलिस के मुताबिक, शादिया की नजदीकी अभिषेक के अलावा भी एक शख्स से थी। आशंका तो यह भी जाहिर की जा रही है कि दिलशाद से भी दोस्ती थी। उसने सोचा कि हत्या अभिषेक से कराकर उसे फंसा दूंगी और फिर आराम से जीवन बीताएंगे, लेकिन पुलिस ने मामले में जांच के आधार पर हत्या के साथ ही आपराधिक साजिश की धारा को बढ़ा दिया है और शादिया को इसी धारा का आरोपी भी बनाया गया है।
एसएसपी ने बताया कि खुद को बचाने के लिए शादिया ने हत्या की रात दरवाजा खुद न खोलकर, किराएदार से खुलवाया। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे में कहीं भी अभिषेक के साथ नजर नहीं आई। उसके दुपट्टे पर जो खून लगा था, उसे भी केमिकल से साफ किया, ताकि वह आसानी से बच सके। उसने हत्या की बात कबूल नहीं की है। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। सबूत और साक्ष्यों के साथ पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी, ताकि आरोपी बचने न पाए।
अफरोज और शादिया के बीच 2007 से ही संबंध थे। लेकिन, इसकी जानकारी अफरोज के घरवालों को 2014 में तब हुई, जब अफरोज और शादिया एक ही घर में रहने लगे। फिर भी, घरवाले यकीन नहीं करते थे, क्योंकि अफरोज उसे किराएदार बताता था। फिर अक्तूबर 2022 में अफरोज ने घर वालों से शादिया को पत्नी के तौर पर मिलाया।
बताया जा रहा है कि चार मंजिला मकान अपने नाम कराने के बाद शादिया ने तलाक का नोटिस भेजा था। इस बीच एक्सीडेंट में अफरोज के घायल होने के बाद वह फिर साथ रहने लगी थी। इसके बाद भी दोनों के बीच विवाद रोजाना की बात हो गई थी। अभिषेक चौधरी अप्रैल 2023 में शादिया के घर में किराएदार के तौर पर आया था और कुछ दिनों में ही अभिषेक से शादिया की दोस्ती हो गई थी।
शादिया को कानून की अच्छी जानकारी है। खुद इस बात को एसपी सिटी भी बोल रहे हैं। एसपी सिटी का कहना है कि शादिया का भाई दुष्कर्म के मामले में जेल गया था। उसके पिता का भी जमीन का कुछ मामला कोर्ट में चल रहा है। उन दोनों की पैरवी करने के लिए वह कचहरी जाती है। कचहरी में पैरवी करते-करते शादिया भी कानून की जानकार हो गई।
यह हुआ था
गोरखनाथ के जटेपुर उत्तरी के स्थायी निवासी मोहम्मद अफरोज रेलवे के सीडीओ कार्यालय में सीनियर टेक्नीशियन थे। उन्होंने परिवार से हटकर एक मकान का निर्माण दिग्विजयनगर में भी कराया था। बुधवार रात दो बजे के करीब अफरोज की घर में ही गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस पत्नी शादिया, किराएदारों को हिरासत में लेकर जांच कर रही है। अफरोज के भाई जावेद की तहरीर पर पुलिस ने नामजद केस दर्ज किया है।
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