नई दिल्ली। निवेशक आज 22 अगस्त से सरकारी गोल्ड बॉन्ड योजना में फिर निवेश कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक 2022-23 की दूसरी श्रृंखला के तहत गोल्ड बॉन्ड योजना 22 से 26 अगस्त के दौरान खरीद के लिए उपलब्ध होगी। इसके लिए इश्यू प्राइस 5,197 रुपये प्रति ग्राम है। इस रिपोर्ट में जानते हैं इसमें कौन कर सकता है निवेश, कहां से खरीद सकते हैं ये बॉन्ड और इसके लिए कैसे किया जा सकता है भुगतान…
आरबीआइ गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। ये बांड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों यानी एनएसई और बीएसई के जरिए बेचे जाते हैं।
ये बॉन्ड भारतीय नागरिकों, अविभाजित हिंदू परिवार, न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते हैं।
इन बांड के सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा भी निर्धारित है। भारतीय नागरिकों और अविभाजित हिंदू परिवारों के लिए बांड के सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा चार-चार किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है। ट्रस्टों एवं इस जैसी अन्य संस्थाओं के लिए यह 20 किलोग्राम प्रति वित्त वर्ष है।
मालूम हो कि केंद्रीय बैंक यानी आरबीआइ भारत सरकार की तरफ से गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। सरकार गोल्ड की फिजिकल डिमांड को कम करने के लिए सबसे पहले नवंबर, 2015 में गोल्ड बांड योजना लेकर आई थी।
यह निवेश का सुरक्षित तरीका है। इसमें गोल्ड की सुरक्षा और रखरखाव की चिंता नहीं होती। इसकी मैच्योरिटी आठ साल होती है। इस योजना का लॉक इन पीरियड पांच साल है यानी एकबार जब आप बांड खरीद लेते हैं तो इसे कम से कम पांच साल तक नहीं बेच सकते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 के लिए आनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों को इश्यू प्राइस में 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट उपलब्ध होगा। आनलाइन आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 का इश्यू प्राइस 5,147 रुपये प्रति ग्राम रखा गया है।