कुरुक्षेत्र: कोरोना वायरस से सबक लेकर सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 बजट में स्वास्थ्य, चिकित्सा व अनुसंधान पर फोकस रखा है। जींद, भिवानी, महेंद्रगढ़, सिरसा और यमुनानगर में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के साथ-साथ इस साल फरीदाबाद, रेवाड़ी, कैथल व पंचकूला सहित कुरुक्षेत्र में भी नर्सिंग कॉलेज स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
सरकार ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए बजट में 8925.52 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव रखा है। इतना ही नहीं, पीएचसी और सीएचसी को अपग्रेड करने के साथ-साथ जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों (एनक्यूएएस) के तहत सुधार लाने का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा बजट में स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं अनुसंधान को लेकर की गई घोषणाओं पर जिलेभर के चिकित्सकों ने मिली जुली प्रक्रिया दी है।
एमडी, एमएस कोर्स में सरकारी चिकित्सकों के लिए 40 प्रतिशत सीट आरक्षित करना अच्छा कदम : डॉ. कल्सन
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के प्रधान डॉ. ललित कल्सन ने कहा कि सरकारी डॉक्टर के लिए मेडिकल कॉलेज में एमडी, एमएस कोर्स की सीट में से 40 फीसदी सीटें आरक्षित की हैं। साथ ही सरकार ने प्रदेशभर के 11 अस्पतालों में कराए जा रहे डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) पाठ्यक्रम को सभी जिला नागरिक अस्पतालों में शुरू करने का फैसला लिया है। यह सरकार का अच्छा कदम है, लेकिन अस्पताल में एक छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए अहम कदम उठाने की जरूरत है।
सरकार जल्द जारी करे नोटिस : डॉ. मलिक
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के उप प्रधान डॉ. जगमिंद्र मलिक का कहना है कि सरकार ने जिला अस्पतालों में विशेषज्ञों के लिए एक विशेष कैडर बनाने की घोषणा की है। साथ ही कहा है कि विशेषज्ञ क्लीनिकल ड्यूटी करेंगे और उनके सेवा नियम और शर्तें अन्य चिकित्सकों से कम होगा। सरकार का यह सकारात्मक नजरिया है। इससे अस्पतालों में विशेषज्ञों की सुविधा बढ़ेगी और मरीजों को फायदा भी होगा। सरकार इस संदर्भ में जल्द नोटिस जारी करे।
रिक्त पड़े पदों पर जल्द भर्ती करे सरकार : डॉ. प्रदीप
एसोसिएशन के जिला महासचिव डॉ. प्रदीप कुमार का कहना है कि सरकार ने भारतीय जन स्वास्थ्य मानकों के अनुसार चरणबद्ध तरीके से सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और चयनित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने का फैसला लिया है, लेकिन सरकार प्रदेश के अस्पतालों में रिक्त पड़े चिकित्सकों के पदों पर जल्द भर्ती करे, ताकि मरीजों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों की ओर रुख न करना पड़े।
अब गरीब व्यक्ति भी अच्छे अस्पताल में करा सकेंगे उपचार : डॉ. नरेंद्र परूथी
आईएमए के निवर्तमान प्रधान डॉ. नरेंद्र परूथी का कहना है कि सरकार ने एक लाख 80 हजार आय वाले व्यक्ति को सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा बनाने का फैसला लिया है। सरकार का यह सराहनीय फैसला है। कहा कि आयुष्मान कार्ड बनने के बाद गरीब व्यक्ति भी अच्छे अस्पताल में अपना इलाज करा सकता है।
मेडिकल कॉलेज बनने से भावी चिकित्सकों को मिलेगी राहत : डॉ. आशीष
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्थित हेल्थ सेंटर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष अनेजा का कहना है कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या काफी कम है। सीमित सीट होने के कारण भावी चिकित्सकों का दाखिला नहीं हो पाता था, लेकिन सरकार ने इस बजट सत्र में पलवल, चरखी दादरी, पंचकूला और फतेहाबाद में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है। इससे भावी चिकित्सकों को काफी राहत मिलेगी।