मेरठ| मेरठ में मवाना के पहाड़पुर गांव निवासी जगत सिंह (65) की हत्या का आरोपी पोता तरुण मोबाइल लूट की एक वारदात में हाल ही में जमानत पर बाहर आया था। तरुण की हरकतों से तंग आकर जगत सिंह काफी समय से अपने भाई के साथ ही रहते थे।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी तरुण अक्सर कहता था कि वह बड़ा बदमाश बनेगा। जगत सिंह की पत्नी की काफी समय पहले मौत हो गई थी। उनकी दो बेटी और एक बेटा मनोज है।
दादा जगत सिंह की हत्या के बाद जब आरोपी घर पहुंचा तो उसके कपड़े खून से सने थे। उसके चेहरे पर कोई मलाल या डर नहीं था। वह आराम से नहाया। उसका व्यवहार बिल्कुल सामान्य था। पकड़े जाने के बाद आरोपी ने बताया कि उसने गांव से ही 3500 रुपये में तमंचा और पांच कारतूस खरीदे थे। अब पुलिस तमंचा बेचने वाले की भी तलाश कर रही है।
जमीन बेचने से मना करना पोते को इतना नागवार गुजरा कि उसने अपने दादा की ही सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में बेखौफ पोता अपने घर पहुंचा और पिता को दादा को मार डालने की बात बताई। यह सुनते ही उसके पिता के होश उड़ गए।
पहाड़पुर गांव निवासी जगत सिंह (65) शुक्रवार सुबह साइकिल से मवाना खुर्द स्थित बैंक गए थे। करीब पौने 11 बजे वहां से लौटते समय गांव के नजदीक पहुंचते ही पीछे से आए हमलावर ने उनके सिर में दो गोली मार दी। जगत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
राहगीरों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। जगत सिंह के भाई आजाद पाल ने जगत के पोते पोते तरुण (20) पुत्र मनोज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आजाद पाल ने बताया कि जगत सिंह के दूसरे भाई रमेश अविवाहित हैं। उनके हिस्से की आठ बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। तरुण अपने दादा पर यह जमीन बेचने के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन जगत ने मना कर दिया था। इसी के चलते हत्याकांड को अंजाम दिया गया। पुलिस ने आरोपी तरुण को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर हत्याकांड में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस भी बरामद कर लिए गए हैं।
जमीन के विवाद और उसे बेचने से मना करने पर पोते ने दादा की हत्या की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।