नई दिल्ली : हेमा मालिनी ने कहा कि हाल ही में कुंभ में मची भगदड़ की घटना इतनी बड़ी नहीं थी जितना इसे दिखाया बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का प्रबंधन बहुत अच्छी तरह से किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की सांसद और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने मंगलवार को एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुंभ में मची भगदड़ की घटना इतनी बड़ी नहीं थी जितना इसे दिखाया बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का प्रबंधन बहुत अच्छी तरह से किया जा रहा है। बता दें कि 29 जनवरी मौनी अवमस्या के दिन महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हुए थे।
हेमा मालिनी ने कहा कि हम कुंभ गए थे, हमने अच्छे से स्नान किया। हर तरफ अच्छा प्रबंधन था। हां कुछ वहां भगदड़ मची लेकिन इतना कुछ बड़ा नहीं हुआ था। इसे बढ़ा चढ़ाकर बताया गया। वहां बहुत सारे लोग आ रहे हैं। इतनी भीड़ को नियंत्रित करना कठिन होता है लेकिन हम अच्छे से मैनेज कर रहे हैं। बता दें कि भगदड़ के दिन ही हेमा मालिनी ने भी संगम में डुबकी लगाई थी।
हेमा मालिनी से जब पूछा गया कि विपक्ष का कहना है कि इस भगदड़ में अधिक लोगों की मौत हुई है तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि वो कुछ भी कहें जो चाहते हैं। गलत बात करना उनका काम है। वहां सबकुछ सही है इसलिए प्रधानमंत्री मोदी भी जा रहे हैं स्नान करने।
महाकुंभ में भगदड़ की घटना मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में गूंजी। समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपा रही है और मेले के आयोजन में “कुप्रबंधन” को छिपाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
हेमा मालिनी के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के नाकारेपन की वजह से कुंभ में बड़ी संख्या में लोगों को जान गंवानी पड़ी। इस बेहद दुखद घटना पर बीजेपी सांसद हेमा मालिनी का कहना है- ‘ये इतनी भी बड़ी घटना नहीं थी, इसको बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है।’ ये बयान शर्मनाक है, संवेदनहीनता की इंतेहा है। पहले दिन से ही बीजेपी की सरकार और पूरा सरकारी अमला इस घटना की लीपापोती में लगा है। अब तक ये सामने नहीं आ पाया कि आखिर कितने लोगों की जान गई है। पीड़ित परिजनों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है और सारी ताकत घटना को दबाने में लगाई जा रही है।