शामली। जिले की चीनी मिलों के सामने नो केन की समस्या आने लगी है। थानाभवन चीनी मिल के सामने नोकेन की स्थित है। इसी सप्ताह थानाभवन और ऊन चीनी मिलों के 100 से ज्यादा खरीद केंद्र बंद हो चुके हैं। दोनों चीनी मिलें इसी सप्ताह कभी भी बंद हो जाएंगी। शामली चीनी मिल अप्रैल के तीसरे सप्ताह में बंद होने की संभावना बनी है। शामली चीनी मिल का पेराई एक दिसंबर को चालू हुआ था। थानाभवन चीनी मिल एक नवंबर और ऊन चीनी मिल ने पांच नवंबर को अपना पेराई सत्र चालू किया था। शामली मिल चार माह में 67 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है।
एक नवंबर से चालू हुई थानाभवन चीनी मिल पिछले पांच माह में एक करोड़ दस लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है। मगर अब थानाभवन चीनी मिल के सामने नोकेन की स्थिति बनी है। गन्ना इकट्ठा होने के बाद चीनी मिल को चालू किया जाएगा। इसी प्रकार ऊन मिल भी 87 लाख 70 हजार क्विंटल गन्ना पेराई कर चुकी है। ऊन चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक कुलदीप पिलानिया ने बताया कि चीनी मिल बंद करने का दूसरा नोटिस गत 30 मार्च को दिया था। तीसरे नोटिस में चीनी मिल बंद कर दिया जाएगा। ऊन चीनी मिल एक करोड़ दस लाख क्विंटल और ऊन मिल 87 लाख 70 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है।
ऊन चीनी मिल के 90 कुल खरीद केंद्रों में 75 खरीद केद्र बंद हो चुके हैं। इसी प्रकार थानाभवन चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक लेखपाल सिंह के मुताबिक, थानाभवन 76 खरीद केद्रों में से 25 खरीद केंद्र बंद हो चुके हैं। थानाभवन चीनी मिल मंगलवार को नोकेन में सुबह सात बजे बंद हो गई। मंगलवार शाम चार बजे गन्ना इकट्ठा करके चालू किया। थानाभवन-ऊन चीनी मिल इस सप्ताह में कभी भी बंद होने की संभावना है। गन्ना उपप्रबंधक दीपक राणा ने बताया कि शामली चीनी मिल अप्रैल के अंतिम सप्ताह में अपना पेराई सत्र समाप्त कर देगी। मिल 76 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर चुकी है। मिल को 80 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है।