चीन की इंटरनेशनल टेनिस स्टार पेंग शुआई ने हाल ही में देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. लेकिन इसके बाद से ही वो ‘लापता’ हो गईं. हालांकि, दुनियाभर में चर्चा होने के बाद अचानक से शुआई का एक वीडियो आया, जिसमें वो सार्वजनिक तौर पर दिखाईं दीं. लेकिन अब भी लोगों को उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है. इस बीच WTA (Women’s Tennis Association) ने चीन को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है.
WTA ने 35 वर्षीय पेंग शुआई की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए चीन में अपने सभी टूर्नामेंट सस्पेंड कर दिए हैं. एसोसिएशन ने बुधवार को घोषणा की कि वह चीन में सभी टूर्नामेंटों को सस्पेंड कर रहा है. उसे चीनी खिलाड़ी पेंग शुआई की सुरक्षा के बारे में “गंभीर संदेह” है.
शुआई ने फरवरी 2014 में WTA द्वारा दुनिया की नंबर 1 युगल खिलाड़ी का दर्जा दिया गया था. यह रैंकिंग हासिल करने वाली शुआई पहली चीनी टेनिस खिलाड़ी हैं. तो आइए जानते हैं आखिर पेंग शुआई ने पूर्व उप प्रधानमंत्री पर क्या आरोप लगाए थे…
टेनिस स्टार ने क्या आरोप लगाए?
बता दें कि टेनिस स्टार पेंग शुआई ने पिछले महीने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. गाओली चीन के उप प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं. शुआई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट Weibo पर 600 शब्दों की एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने गाओली पर गंभीर आरोप लगाए. हालांकि, बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दिया गया.
शुआई के मुताबिक, पूर्व उप-प्रधानमंत्री ने अपने घर बुलाकर यौन संबंध बनाने के लिए “मजबूर” किया था. महिला टेनिस स्टार ने लिखा- “मुझे पता है जब मैं झांग गाओली जैसे किसी बड़े शख्स पर आरोप लगा रही हूं तो वो यही कहेंगे कि मैं नहीं डरता. लेकिन भले ही यह पत्थर को कंकड़ मारने जैसा हो या आग से खेलकर खुद को बर्बाद करना हो. मैं तुम्हारे बारे में सच जरूर बताऊंगी.”
पेंग शुआई ने यह भी कहा कि वह इन आरोपों का सबूत नहीं दे पाएंगी. उन्होंने कहा, “मेरे पास कोई सबूत नहीं है. आप (गाओली) हमेशा डरते थे कि मैं टेप रिकॉर्डर जैसा कुछ लाऊंगी. लेकिन मेरे पास कोई ऑडियो रिकॉर्ड नहीं है, कोई वीडियो रिकॉर्ड नहीं है, बस केवल मेरा वास्तविक अनुभव है, जो मैंने झेला है.”
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब चीन के किसी वरिष्ठ राजनीतिक नेता पर इस तरह का आरोप लगाया गया है. हालांकि, झांग गाओली ने अभी तक शुआई के इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है.