नई दिल्ली। हम सब चाहे कितना ही खूबसूरत घर बना लें लेकिन अगर उसमें पानी के उचित इंतजाम न हो तो सब बेकार हो जाता है. वास्तु शास्त्र में पानी को लेकर कई नियम बताए गए हैं, जिनके बारे में हम सबको पता होना चाहिए. क्या आप जानते हैं कि आपके नल से अगर पानी अचानक टपकने लगे तो उसका क्या मतलब होता है और इस स्थिति से कैसे बचा जा सकता है. आइए आज आपको इन सबके बारे में विस्तार से बताते हैं.
सबसे पहली बात यह ध्यान में रखें कि घर के पानी की निकासी का इंतजाम हमेशा उत्तर दिशा में करना चाहिए. गंदे पानी की निकासी के लिए यह दिशा सर्वोत्तम मानी गई है. वहीं अगर आप गलत से पानी की निकासी का इंतजाम करते हैं तो यह आपकी धन-संपत्ति को भी बहाकर ले जा सकता है. इसलिए पानी की निकासी की व्यवस्था करते समय उसकी सही दिशा का खास ध्यान रखें.
अब बात आती है आपके घर में लगे पानी के नल, गीजर और शावर की. वास्तु शास्त्र की मानें तो नहाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बाथ टब को हमेशा उत्तर या ईशान कोण में रखना चाहिए. इसी तरह वाश बेसिन भी उत्तर या फिर ईशान कोण में ही लगाया जाना चाहिए. जबकि गीजर को घर के आग्नेय कोण पर लगाया जाना चाहिए. पानी के नल और शावर की की बात करें तो उन्हें घर की उत्तर दिशा में लगाना ठीक रहता है.
आपके घर में पानी के जितने भी उपकरण लगे हैं, अगर उनमें से अचानक पानी टपकना शुरू हो जाए तो इसका क्या मतलब होता है. असल में पानी टपकने की समस्या टोंटी खराब होने या उसे सही से न लगाने की वजह से होती है. लेकिन अगर यह समस्या बार-बार आए तो समझ जाइए कि मां लक्ष्मी आपको संकेत दे रही हैं कि जल्द ही आपके घर में आर्थिक संकट प्रवेश करने वाला है. जिससे आपके घर की शांति पूरी तरह भंग हो जाएगी. ऐसे में आपको वक्त रहते उस टोंटी या उपकरण को बंद कर देना चाहिए.