नई दिल्ली. एवोकाडो भले ही भारत में हर जगह उपलब्ध नहीं होती, लेकिन यह लगातार एक सुपरफूड के तौर पर चर्चा में बना रहता है। पोषक तत्वों से भरपूर यह क्रीमी फल फिटनेस और सेहत के लिए बेहतरीन साबित होता है। इसकी वजह से सिर्फ इसका स्वाद और लुक नहीं है, बल्कि इसे खाने से होने वाले कई फायदों की वजह से है।
एक नई स्टडी में देखा गया कि 6 महीने तक हर दिन एक एवोकाडो खाने से मोटापे या ज़्यादा वज़न वाले लोगों की पेट की चर्बी, लिवर फैट या फिर कमर के फैट्स पर कोई फर्क नहीं पड़ा। हालांकि, उनके कोलेस्ट्रॉल स्तर में गिरावट देखी गई। इस रिसर्च में शोधकर्ताओं ने देखा कि प्रतिभागी जिन्होने एवोकाडो खाया उनकी हेल्थ बेहतर देखी गई।
एवोकाडो खाने के फायदे
इससे पहले भी हुए कई छोटे शोध में एवोकाडो और शरीर के वज़न, BMI और कमर के आसपास फैट्स कम होने से जुड़ा लिंक देखा गया है। हालांकि, हाल ही में हुए शोध में एवोकाडो खाने से वज़न या पेट की चर्बी में कमी नहीं देखी गई, लेकिन इससे डाइट में संतुलन ज़रूर आया। इसे डाइट में शामिल करने से बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी कमी देखी गई।
टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी में पोषण विज्ञान की सहायक प्रोफेसर क्रिस्टीना पीटरसन ने कहा कि अध्ययन में यह भी पाया गया है कि रोज़ाना एवोकाडो खाने से प्रतिभागियों के आहार की समग्र गुणवत्ता में 100 अंकों के पैमाने पर आठ अंकों का सुधार हुआ है।
अमेरिका में आमतौर पर लोग एक अच्छी डाइट का पालन नहीं करते हैं और शोध में निष्कर्ष निकाला गया कि रोज़ एक एवोकाडो खाने से पूरी डाइट की क्वालिटी में काफी वृद्धि हो सकती है। यह एक ज़रूरी निष्कर्ष भी है, क्योंकि हम जानते हैं कि खराब डाइट में दिल की बीमारियों, टाइप-2 डायबिटीज और कुछ तरह के कैंसर का जोखिम भी बढ़ाती है।
कितना कम हुआ कोलेस्ट्रॉल
एवोकाडो से वज़न कम नहीं हुआ लेकिन इस फल में मौजूद कैलोरी की वजह से वज़न या फिर पेट की चर्बी बढ़ी भी नहीं, वहीं LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल में कमी आई। रिसर्च में यह भी पाया गया कि रोज़ एवोकाडो खाने से कुल कोलेस्ट्रॉल 2.9 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम / डीएल) कम हो गया और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल 2.5 मिलीग्राम / डीएल कम हो गया।
रिसर्चर्ज़ ने कहा कि वे आगे भी इस शोध के डाटा को स्टडी करते रहेंगे। क्योंकि इस बार उन्होंने प्रतिभागियों को यह नहीं बताया था कि उन्हें डाइट में एवोकाडो को कैसे शामिल करना है और फिर यह देखेंगे कि इससे सेहत पर किसी तरह का असर पड़ता है या नहीं।