करनाल। हरियाणा के करनाल जिले में बीजेपी बैठक का विरोध कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आंदोलनरत किसानों की अगुवाई कर रहे हैं भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने किसानों पर किए गए लाठीचार्ज पर नाराजगी जाहिर की है। राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए कहा कि हरियाणा के करनाल में बसताड़ा टोल पर आंदोलित किसानों पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण है। टिकैत ने कहा कि 5 सितंबर मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने पूरे देश के किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान पूर्ण रूप से तैयार रहें। SKS के फैसले का पालन करें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में निकाय और पंचायत चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर आज करनाल में प्रदेश स्तर बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री समेत पार्टी के सांसद व विधायक शामिल हुए। किसानों ने शुक्रवार शाम को ही इस बैठक के विरोध का ऐलान किया गया था, लिहाजा भारी पैमाने पर सुरक्षा की व्यवस्था थी, दूसरी तरफ किसान भी एकत्रित हो गए थे।
किसानों की भीड़ को देखते हुए पुलिस द्वारा सभी रूट्स को सील कर दिया गया था। नाराज किसानों ने NH 44 पर बसतांडा टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया। दोपहर में पुलिस किसानों को समझाने गई तो तनातनी की स्थिति हो गई, पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज कर दिया गया, पुलिस की लाठीचार्ज में कई किसान घायल बताए जा रहे हैं।
वहीं इस मामले पर राजनीति बयानबाजी भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता और IYC के अध्यक्ष श्रीनिवास से लाठीचार्ज का वीडियो शेयर करते हुए केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा की खट्टर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि मारिये-मारिये किसान है, इनकी हिम्मत कैसे हुई उद्योगपति सरकार से अपना हक मांगने की, उन्होंने आगे पूछा कि दिल पर हाथ रखकर बताइए, क्या ये जय जवान-जय किसान वाला भारत है?