मेरठ। सरधना थाना क्षेत्र के खिर्वा जलालपुर में गुरुवार को भैंस चोर की तलाश में गौतमबुद्धनगर पुलिस व एसओजी की टीम पहुंची। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने डेयरी में काम कर रहे तीन भाइयों को लाठी से पीट दिया। जानकारी पर स्वजन व ग्रामीण पहुंच गए। इसके बाद ग्रामीणों ने पथराव कर पुलिस व एसओजी की टीम को दौड़ा दिया।
खिर्वा जलालपुर निवासी असलम पुत्र शफीक ने बताया कि वह अपने भाई इरफान और सुहेब के साथ खिर्वा रोड पर स्थित डेयरी में काम कर रहा था। बताया कि इसी दौरान निजी वाहनों से पुलिस आई। उनके साथ सादे कपड़ों में भी पुलिस थी। डेयरी के सामने वह किसी व्यक्ति से बात कर रहे थे। तभी उसने वहां जाकर मामला पूछा। आरोप है कि इस पर पुलिस ने गाली-गलौज कर दी। इस पर वह अपनी डेयरी में चला गया। इसके बाद पुलिस डेयरी में आ गई और उनके साथ लाठी मारकर घूसों से मारपीट शुरू कर दी।
आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने असलम को गाड़ी में बैठा लिया। तभी असलम की सूचना पर उसका बड़ा भाई आशु व चचेरा भाई रिजवान ग्रामीणों के साथ पहुंचे। इसके बाद पुलिस को पथराव कर दौड़ा दिया गया। असलम ने बताया कि ग्रामीणों की भीड़ में किसी ने उनके ऊपर पथराव किया था। जिससे एक गाड़ी के शीशे भी टूट गए।
असलम ने बताया कि सुरक्षा के चलते डेयरी पर सीसीटीवी लगवा रखे हैं। मारपीट का प्रकरण सीसीटीवी में कैद होते ही पुलिस की निगाह उस पर चली गई। इसके बाद पुलिस गांव के ही व्यक्ति के साथ असलम के घर पहुंची और डीवीआर ले लिया।
खिर्वा रोड पर डेयरी से चंद कदमों की दूरी पर एक दुकान है। ग्रामीणों ने बताया कि दुकान के पास पुलिस सुहेब को लाठी से पीट रही थी। इस दौरान वह नाले में भी गिर गया। उस समय पुलिस को पता नहीं चला कि यहां भी सीसीटीवी लगा हुआ है। हालांकि, पुलिस बुधवार को यहां पहुंची थी।
सरधना थाने के इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गौतमबुद्धनगर पुलिस ने भैंस चोरी के आरोपितों को पकड़ रखा है। एक आरोपित को अपने साथ लेकर खिर्वा जलालपुर पहुंची थी। उनके साथ एसओजी भी थी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन तब तक वह जा चुके थे। पुलिस द्वारा ग्रामीणों को पीटना व पथराव का कोई मामला नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने थाने में आमद दर्ज नहीं करवाई थी।