मेरठ में यातायात माह में भी शहर के लोग बाइक और कार लापरवाही से चला रहे हैं। एक से नौ नवंबर के बीच यातायात नियम तोड़ने वाले 3186 लोगों पर पौने दो लाख से ज्यादा जुर्माना लगाया गया है। इसके बावजूद लोग हेलमेट और सीट बेल्ट तक नहीं लगा रहे। खास बात यह है कि नियम सिखाने वाले भी वर्दी के रौब में चल रहे हैं। अमर उजाला के कैमरे में कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट के बाइक चलाते कैद हुए हैं।
यातायात पुलिस ने नवंबर के पहले नौ दिन में बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वाले 2375 लोगों से एक लाख रुपये जुर्माना वसूला है। वहीं सीट बेल्ट न लगाने वाले 158 कार चालकों पर 21500 जुर्माना लगाया। वाहन चलाते समय मोबाइल इस्तेमाल कर रहे 17 लोगों का भी चालान हुआ है। लोग गलत दिशा में भी खूब वाहन चला रहे हैं। ऐसे 34 लोगों 26500 जुर्माना लगाया गया है।
मेरठ में नियम तोड़ने पर कार्रवाई।
मेरठ समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण चरम पर है लेकिन फिर भी कुछ लोग पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के ही वाहन चला रहे हैं। पुलिस ने नौ दिन में प्रतिदिन ऐसे दो वाहनों का चालान किया है।
एसपी यातायात जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। जब तक नियमों का पालन करने की आदत नहीं बनेगी तब तक बात नहीं बनेगी।
किस श्रेणी में कितनों पर कार्रवाई
दोपहिया पर तीन सवारी – 230
मॉडिफाइड सायलेंसर – 11
बिना लाइसेंस – 233
बिना बीमा वाहन चलाने वाले- 30
शहर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं और जिम्मेदार सो रहे हैं। यातायात पुलिस ने बिना हेलमेट दोपहिया पर चलने वालों के चालान काटने तो शुरू कर दिए पर संबंधित विभाग सड़कों के गड्ढे नहीं भर रहे।