मुरादाबाद। पाकबड़ा के नगला बलवीर गांव में बृहस्पतिवार दोपहर घर में शराब रखे होने की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम को आरोपियों ने बंधक बना लिया और पिटाई की। जिसमें दो पुलिस कर्मी घायल हो गए। अन्य पुलिस कर्मियों ने भागने का प्रयास किया तो महिलाओं ने पथराव कर दिया। आरोपियों ने दो सिपाहियों को बंधक बनाकर पिटाई किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। थाने से पहुंची फोर्स ने बंधक सिपाहियों को घर से निकाला और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर गृहस्वामी और उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है।
बृहस्पतिवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली थी नगला बलवीर गांव निवासी बाबू सिंह के घर में शराब रखी हुई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस के दो दरोगा, दो महिला सिपाही और दो सिपाही विक्रांत और प्रवीन सिंह दबिश देने बाबू सिंह के घर पर पहुंच गए। घर में शादी हुई थी, इसलिए काफी संख्या में महिलाएं थीं। गृहस्वामी बाबू सिंह और बेटे भी घर में मौजूद थे। पुलिस ने घर में घुसकर शराब की तलाश करनी शुरू कर दी, लेकिन शराब नहीं मिली। पुलिस और गृहस्वामी के बीच घर में घुसने को लेकर बहस हुई।
बात बढ़ने पर मारपीट होते ही घर में पहले से मौजूद महिलाओं ने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने को भागने लगे। वर्दी पहने पुलिस जैसे तैसे वहां से भाग गए, लेकिन बिना वर्दी के दोनों सिपाही विक्रांत और प्रवीन को घर में गृहस्वामी और उसके परिवार ने बंधक बना लिया। इन दोनों सिपाहियों पर गृहस्वामी और उसके परिवार ने फिर से हमला बोल दिया। इस हमले में दोनों पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल कर हो गए। घायल सिपाहियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
सिपाहियों के बंधक होने और मारपीट की सूचना पाकर थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और दोनों सिपाहियों को बंधन मुक्त कराया और इलाज के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस ने गृहस्वामी बाबू सिंह और उसकी बेटी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। पाकबड़ा थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
नगला बलवीर गांव में अवैध शराब की सूचना पर दबिश देने वाली पुलिस टीम में महिला सिपाही और एक महिला होमगार्ड भी शामिल थीं। शराब घर में नहीं मिली तो दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। मारपीट के बाद महिला पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया। इसके बाद महिला पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने को गांव की गलियों में दौड़ीं और गांव से जैसे तैसे बाहर निकली थीं।