मुजफ्फरनगर/चरथावल। पावटी गांव के चर्चित अपराधी रहे विक्की त्यागी के दोनों बेटों सहित चार आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने कोतवाली और चरथावल थाना क्षेत्र के मुकदमों के आधार पर कार्रवाई की है। गैंग लीडर रक्षित त्यागी को बनाया है।
विक्की की हत्या के बाद चरथावल थाने में उसकी पत्नी मीनू का नाम अंतरराज्यीय गैंग चार्ट में पंजीकृत है। वर्तमान में बड़कली के सामूहिक हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रही है। रोहाना टोल प्लाजा पर झगड़ा करने और पावटी में प्रतिबंध के बावजूद पंचायत कराने के आरोप में बेटे रक्षित के खिलाफ मुकदमे कायम हुए थे। आरोपियों पर जिले से बाहर वारदात करने का भी आरोप है। पुलिस रिकॉर्ड एकत्र कर रही है।
चरथावल थाना प्रभारी राकेश शर्मा ने विक्की के बेटे रक्षित और अर्पित त्यागी के साथ दो अन्य साथियों को आरोपी बनाया है। उनके साथ पावटी निवासी गौरव सिंह एवं सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मल्हूपुरा कच्ची सड़क निवासी ऋतिक के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 2/3 के तहत कार्रवाई की है। फिलहाल आरोपी जेल से बाहर है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तमाम कार्रवाई गुपचुप की है। गैंग लीडर विक्की के छोटे बेटे रक्षित त्यागी को बनाया गया है।
दो दिन पूर्व विक्की के पिता के खिलाफ उप निरीक्षक वरुण तेवतिया ने शस्त्र लाइसेंस के उल्लंघन का मुकदमा कायम कराया था। आरोपी राजवीर के नाम एक बंदूक का लाइसेंस था। जिलाधिकारी ने पिछले वर्ष उसे निरस्त कर दिया था। मगर, अभी तक बंदूक को जमा नहीं कराया गया। जिलाधिकारी के आदेशों की अवहेलना करने के आरोप में पुलिस ने मुकदमा कायम कर दिया। उन्हें जल्द थाने में बंदूक जमा कराने की हिदायत दी है।
16 फरवरी वर्ष 2015 में जिला कारागार से विचाराधीन बंदी चर्चित विक्की त्यागी को सुरक्षा कर्मियों ने अदालत में पेश किया था। अदालत में वकील के वेश में पगड़ीधारक युवक ने पिस्टल से अंधाधुंध गोलिया बरसाकर हत्या कर दी थी। इस चर्चित केस का सत्र परीक्षण अदालत में विचाराधीन है। विक्रांत उर्फ विक्की त्यागी ने बरेली कारागार में रहते हुए वर्ष 2005 में चरथावल क्षेत्र से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीत लिया था।