मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने आज कहा कि भाजपा और उसकी सरकार किसान-मजदूरों के साथ साथ आम जनता से भी तानाशाही पूर्ण रवैया अपना रही है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में इनका कोई विश्वास नहीं है। इन लोगों ने अंग्रेजों को भी जुल्म-ओ-सितम में पीछे छोड़ दिया है। अंग्रेज हुकूमत में लोगों पर घोड़े चढ़ाकर कुचला जाता था, ये लोग गाड़ियों से किसानों को कुचलने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को प्रदेश का युवा वर्ग जवाब देगा। आज पूरा विपक्ष अन्यास के खिलाफ एकजुट है, 2022 में यूपी की सत्ता से भाजपा को जाना तय हो चुका है। इनके जुल्म के आगे हम झुकने वाले नहीं है, न्याय की लड़ाई जारी रखी जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने किसान नेता स्व. महेन्द्र सिंह टिकैत के संघर्ष को भी याद दिलाया और सभी से किसानों की लड़ाई में साथ आने का आह्नान किया।
आज सिसौली में भाकियू के संस्थापक अध्यक्ष किसान नेता स्व. महेन्द्र सिंह टिकैत की 86वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत के आवास पर श्र(ांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी सहित रालोद, सपा और कांग्रेस सहित आजाद समाज पार्टी के चन्द्रशेखर व अन्य विपक्षी दलों के नेता भी सिसौली पहुंचे और वहां पर किसान नेता महेन्द्र सिंह टिकैत के साथ ही लखीमपुर खीरी मेें शहीद हुए किसानों को श्र(ांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर सिसौली के डीएवी इण्टर कॉलेज के मैदान पर चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत की स्मृति में तीन दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारम्भ भी किया गया। मुख्य अतिथि रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी और भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत ने फीता काटकर टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। यहां जुटे लोगों को सम्बोधित करते हुए चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि आज यह सुखद स्थिति है कि हम एक बार फिर से इस टूर्नामेंट को शुरू कराने में सफल हो पाये हैं। उन्होंने बताया कि इस टूर्नामेंट बालियान कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारम्भ 4 साल पहले किया गया था, लेकिन सिसौली निवासी इन्टरनेशन कबड्डी खिलाड़ियों सहदेव और गौरव की सड़क हादेस में मौत के कारण इसको बन्द करा दिया गया था। इसके बाद क्षेत्र के लोगों ने इसे शुरू कराने के लिए प्रयास किये तो आज यह मैदान फिर सजा हुआ है। उन्होंने बताया कि अभी तक यह आयोजन मिट्टी के अखाड़े में होता था, लेकिन आज मैट पर हो रहा है, इसके लिए उन्होंने तत्कालीन डीएम सेल्वा कुमारी जे. का आभार जताया और सहदेव तथा गौरव को श्र(ांजलि अर्पित की। यह टूर्नामेंट 8 अक्टूबर तक चलेगा।
उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं को नशा और अपराध का रास्ता छोड़कर खेल का रास्ता चुनना चाहिए। इससे देश और प्रदेश के साथ ही युवा अपने माता पिता का नाम रोशन करेंगे। हम ऐसे युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और यही युवा भाजपा की तानाशाह सरकार को सत्ता से हटाने का काम करेंगे। उन्होंने 2022 में भाजपा को वोट की चोट देने का आह्नान करते हुए कहा कि आज सरकार के अन्याय के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट है, हमें मिलकर यह लड़ाई लड़नी है। हमारी पूरी संवेदना शहीद किसानों के परिवारों के साथ है। इन लोगों की सत्ता और अंग्रेजी दासता में फर्क कुछ नहीं रहा है, इन्होंने तो अंग्रेज अफसरों को भी जुल्म में पीछे छोड़ दिया है, वह तो आंदोलनकारियों पर घोड़े चढ़ाया करता थे, लेकिन यहां तो इन लोगों ने निर्दोषों को गाड़ियों से कुचलकर उनका नरसंहार किया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से भाकियू नेता धीरज लाटियान, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, अभिषेक चौधरी, सचिन अग्रवाल सहित अन्य दलों के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ ही भारी संख्या में किसान भी मौजूद रहे। टूर्नामेंट के साथ ही किसानों और अन्य लोगों ने नरेश टिकैत के घेर मेें आयोजित श्र(ांजलि सभा में महेन्द्र सिंह टिकैत को उनके 86वें जन्म दिवस के अवसर पर याद करते हुए
श्र(ासुमन अर्पित किये। सवेरे घर पर नरेश टिकैत के साथ सभी परिजनों ने हवन किया।
सिसौली पहुंचे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी भी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने सवेरे पहले कबड्डी टूर्नामेंट का शुभारम्भ किया, और इसके बाद किसान नेता स्व. महेन्द्र सिंह टिकैत को उनकी जयंती पर नमन करते हुए श्र(ांजलि अर्पित की। जयंत आज कार द्वारा सिसौली पहुंचे थे।
यहां सभा को सम्बोधित करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि देश और प्रदेश में जनविरोधी सरकार है। यही कारण है कि आज देश में हर वर्ग के लिए परेशानी का वातावरण बना हुआ है। उन्होंने लखीमपुर खीरी कांड का जिक्र करते हुए कहा कि इस सरकार में युवाओं के सपनों को कुचलने का काम किया जाता था, लेकिन अब युवाओं को ही कुचला जा रहा है। वहां पर एक 18 साल के युवा किसान लवप्रीत को गाड़ी से कुचलकर मार दिया गया। वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। मैं वहां गया, परिवार से मिला। परिवार की हालत ज्यादा खराब है। यह सरकार हमें किसानों के दर्द को बांटने से भी रोक रही है, लेकिन हम रूकेंगे नहीं संवेदनहीन किसान विरोधी इस सरकार के अन्याय के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, मंत्री अजय टेनी पर सीधे जनता और किसान आरोप लगा रहे हैं, उनमें यदि नैतिकता बची होती तो वह इस्तीफा दे देते। जयंत चौधरी ने कहा कि इस सरकार में देश के युवाओं को बरोजागारी का बड़ा संकट झेलने पड़ा है, खिलाड़ियों को संसाधन नहीं मिल रहे हैं। प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। हम वादा करते हैं यदि यूपी में सरकार आई तो खिलाड़ियों को रिटायर्ड होने पर पेंशन दी जायेगी। ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए व्यवस्था सुधारेंगे और बेहतर संसाधन दिये जायेंगे। पहले जयंत चौधरी का हेलीकॉप्टर से सिसौली आने का प्रोग्राम था, लेकिन लखीमपुरी खीरी कांड के शोक के कारण उन्होंने इसे निरस्त कर दिया और आज सवेरे सड़क मार्ग से वह सिसौली पहुंचे। रास्ते में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका कई स्थान पर स्वागत किया और जयंत ने भी नारियल पानी पीकर अपनी प्यास बुझाने का प्रयास किया।
आज किसान नेता चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत की श्र(ांजलि सभा में यूनियन कार्यकर्ताओं और किसानों के साथ ही पूरा विवक्ष भी जुटा, लेकिन भाजपा के जनप्रतिनिधि किसान नेता को श्र(ासुमन देने के लिए नहीं पहुंचे। इसके पीछे सिसौली में भाजपा के खिलाफ माहौल को माना जा रहा है, जबकि इससे पहले महेन्द्र सिंह टिकैत की जयंती हो या पुण्यतिथि भाजपा नेताओं ने भी सिसौली जाकर उनको याद किया है। सिसौली में पिछले दिनों भाजपा विधायक उमेश मलिक का घेराव के बाद अब लखीमपुर खीरी कांड के बाद भाजपा के खिलाफ बने माहौल को भांपते हुए भाजपा नेता आज सिसौली से दूर ही रहे।