इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारतीय खुफिया एजेंसी के देश के बाहर आतंकवादियों के खिलाफ कथित अभियान को लेकर चिंता जताई है। यह उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें बताया गया है कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान के अंदर ऐसे लोगों की हत्या का आदेश दिया है, जिन्हें वह भारत के राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा मानता है। इस्लामाबाद में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने इन कथित कार्रवाइयों की निंदा की और आरोप लगाया कि भारत का (आतंकियों की) हत्याओं और अपहरण का अभियान पाकिस्तान से बाहर भी फैल गया है।
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने हाल ही अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) साल 2021 से पाकिस्तान के अंदर हत्याएं कर रही हैं। इसी तरह का दावा पहले ब्रिटिश मीडिया आउटलेट द गार्जिन ने भी किया था, जिसमें कहा गया था कि भारत ने विदेश में रह रहे आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान के अंदर कम से 20 लोगों की हत्या का आदेश दिया था।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कथित भारतीय कार्रवाई की निंदा की। बलोच ने यह भी कहा कि इस नेटवर्क से पाकिस्तान अकेला ही प्रभावित नहीं है बल्कि वैश्विक स्तर पर इसने चिंताएं पैदा की हैं। इस दौरान बलोच ने पड़ोसी अफगानिस्तान के साथ चल रहे तनाव पर भी चर्चा की और कहा कि पाकिस्तान पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों की इच्छा रखता है। बलोच ने कहा कि पाकिस्तान के पास अफगानिस्तान के साथ एक मजबूत संवाद तंत्र है और उसका लक्ष्य सुरक्षा और सीमा प्रबंधन समेत द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा जारी रखना है।
वॉशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ ने एक गुप्त हत्या अभियान चलाया, जिसके तहत पाकिस्तान में कई टारगेट किलिंग को अंजाम दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की सीमा से परे इन कार्रवाइयों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन है। इसमें कहा गया है कि भारतीय एजेंसी रॉ एक खुफिया नेटवर्क का संचालन करती है। इसके एजेंट दुबई में बिचौलिए के रूप में काम करते हैं, जो स्थानीय अपराधियों का अफगान नागरिकों को काम पर रखते हैं और हवाला जैसे माध्यमों से पेमेंट करते हैं।