नई दिल्ली। कोरोना के बाद कई राज्य अब ‘रहस्यमयी बुखार’ से पीडित हैं। बुखार से पीडितों और मरने वालों का आंकडा लगातार बए रहा है। इस बुखार का सबसे ज्यादा असर बच्चों में देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश के 58 जिलों में संदिग्ध वायरल डेंगू और फ्लू का प्रकोप है। इसके अब तक 1358 मरीज अलग-अलग जिलों में सामने आ चुके हैं और सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में मिले हैं।
उत्तर प्रदेश में संदिग्ध वायरल और डेंगू को लेकर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया है कि प्रदेश के 58 जिलों में संदिग्ध वायरल डेंगू और फ्लू का प्रकोप है। सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में मिले हैं। उन्होंने कहा कि डेंगू और संदिग्ध वायरल से जो मौतें हुई हैं, वह ज्यादातर निजी अस्पतालों या घरों में हुई है जिनका सैंपल हम लोग नहीं ले सके थे। उत्तर प्रदेश में 5 तारीख से बड़ा अभियान चलाया गया है। इन 58 जनपदों के साथ सभी 75 जिलों में ार-ार टीमें पहुंच रही है। बुखार से संबंधित जानकारी भी ले रही है दवा भी दे रहे हैं और जो गंभीर हैं उनका सैंपल भी लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई टीमें भी बनाई गई हैं जो अलग-अलग जिलों में जो काम कर रही हैं। लखनऊ मेडिकल कॉलेज समेत कई बड़े संस्थान की डॉक्टर्स को भेजा गया है साथ ही नोडल अधिकारियों को भी भेजा गया था जो चार-चार दिन रहकर हर जिले में आए हैं। प्रतिदिन हम रिपोर्ट मांग रहे हैं यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया जाता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है क िजनि लोगों के जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं है वह छोटे अस्पतालों में ना जाएं। हमने पीकू वार्ड बना रखे हैं। विशेष डॉक्टर भी हैं, तो वह हमारे डिस्टिक हॉस्पिटल में उस वार्ड में भर्ती हो और उनसे वहां इलाज कराएं। स्वास्थ्य मंत्री का बयान हमारी तैयारी पूरी है दो तरह के बीमारी से सामने आई हैं। हर 3 साल पर एसएसब्लू के केस आते हैं। 2019 में डेंगू ज्यादा फैला था और इस बार फिर डेंगू और संदिग्ध वायरल से सैकड़ों की संख्या में मरीज पीड़ित है। बुखार से 5 मौतों कि पुष्टि बागपत के स्वास्थ्य विभाग ने भी की है। बुखार से 5 मौत हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और आम लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। सीएमओ ने बताया कि जनपद में बुखार से 5 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 70 से ज्यादा मरीज बुखार से पीड़ित है। साथ ही उन्होंने बताया कि बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट है और जहां जहां बुखार के मरीजों की सूचना मिल रही है स्वास्थ्य विभाग वहां डोर टू डोर हेल्थ चेकअप करा रहा है, जिसमें डेंगू, मलेरिया, टाइफाईड सहित कोविड-19 जांच की जा रही है। जानलेवा बुखार से गांवों में 2 बच्चे, 2 महिला और एक पुरुष की मौत हुई है।
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ संगीता अनेजा का कहना है कि 60 फीसदी मरीज डेंगू के हैं। उसके बाद वायरस फीवर वाले मरीज हैं। एक केस पहले स्क्रब टाइफस का आया था। लखनऊ से रिपोर्ट आई थी। हाई फीवर, पेट में दर्द, डिहाइड्रेशन, डायसेंट्री, वोमेटिंग की दिक्कतें लोगों में है। इस बार डेंगू का कहर ज्यादा है।