टीम इंडिया ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड को 372 रन की करारी शिकस्त दी है. इसी महीने भारत का दक्षिण अफ्रीकी दौरा शुरू होगा जिससे पहले कई स्टार प्लेयर्स पर गाज गिर सकती है.

कोच द्रविड़ लेगें कड़े फैसले
भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने सोमवार को यहां संकेत दिए कि टीम प्रबंधन आगे कुछ कड़े फैसले ले सकता है और उन्होंने खिलाड़ियों के साथ साफ संवाद पर जोर दिया.

अजिंक्य-पुजारा पर गिरी गाज
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को न्यूजीलैंड के खिलाफ पूरी टेस्ट सीरीज के लिए आराम दिया गया जबकि कप्तान विराट कोहली पहले मैच में नहीं खेले थे. रवि शास्त्री से कमान संभालने के बाद राहुल द्रविड़ की कोच के रूप में यह पहली टेस्ट सीरीज थी जिसमें मयंक अग्रवाल और श्रेयस अय्यर ने एक-एक शतक लगाया. अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले टीम में अपनी जगह बचाए रखने का दबाव है और ऐसे में द्रविड़ का कमेंट अहम है.

टीम में कोई किसी कम नहीं
राहुल द्रविड़ ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट में 372 रन की रिकार्ड जीत के बाद कहा, ‘युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और चयन को लेकर यह अच्छा सिरदर्द है. हर अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है और हर कोई एक दूसरे के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहा है.’

बढ़ेगी कोच द्रविड़ की टेंशन
राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हमारा ये सिरदर्द और बढ़ेगा और हमें कुछ कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं लेकिन जब तक हमारा साफ संवाद रहता है और हम खिलाड़ियों को समझाते हैं कि ऐसा क्यों हुआ तब तक कोई परेशानी नहीं है.’

अक्षर पटेल का शानदार प्रदर्शन
बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने गेंद और बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 5 विकेट लिए और दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। जयंत यादव ने दूसरे टेस्ट मैच में पांच विकेट लिए जिसमें दूसरी पारी के चार विकेट शामिल हैं.

कानपुर में फिसल गई थी जीत
राहुल द्रविड़ ने कहा कि सीरीज की जीत को एकतरफा कहना गलती होगी. उन्होंने कहा, ‘विनर के तौर पर सीरीज का अंत करना अच्छा है. कानपुर में भी हम जीत के करीब पहुंच गए थे लेकिन आखिरी विकेट नहीं ले पाए. यहां हमने कड़ी मेहनत की. नतीजा भले ही एकतरफा लग रहा हो लेकिन पूरी सीरीज में हमने कड़ी मेहनत की.’

मौके भुनाने में माहिर हैं युवा
द्रविड़ ने कहा कि खिलाड़ी हर मैच में सुधार करने के लिए बेताब हैं. उन्होंने कहा, ‘ये देखकर अच्छा लगा कि खिलाड़ी मौकों का फायदा उठाने के लिये तत्पर हैं. टीम में कुछ सीनियर खिलाड़ी नहीं थे लेकिन उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ियों को श्रेय जाता है. जयंत को कल जूझना पड़ा था लेकिन उसने उससे सबक लिया और आज अच्छा प्रदर्शन किया.’

इन खिलाड़ों को मिले कम मौके
द्रविड़ ने कहा, ‘मयंक, श्रेयस, सिराज जिन्हें बहुत अधिक मौके नहीं मिले. अक्षर को गेंदबाजी के अलावा के बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना अच्छा लगा. इससे हमारे पास कई विकल्प हो गए हैं. इससे हमें मजबूत टीम बनाने में मदद मिलेगी.’

भारत ने क्यों नहीं दिया फालोऑन?
भारत ने न्यूजीलैंड को पहली पारी में 62 रन पर आउट करने के बावजूद फालोऑन नहीं दिया और द्रविड़ ने इस फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास पूरा समय था और इसलिए फालोऑन देने के बारे में नहीं सोच रहे थे. टीम में कई युवा बल्लेबाज हैं और हम उन्हें इस तरह की हालात में बल्लेबाजी का मौका देना चाहते थे.’