मेरठ. मेरठ में कांवड़ यात्रा की तैयारियों को हर विभाग पूरी करने में जुटा हुआ है। कांवड़ मार्गों पर लगाने वाले सेवा शिविर बायी ओर लगाए जाएंगे। इसके अलावा सेवा शिविर लगाने वालों को प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। बिना अनुमति के शिविर नहीं लगने दिया जाएगा। सेक्टर मजिस्ट्रेट सेवा शिविर की हर दिन जांच करेंगे। इसके अलावा शिविर में तैयार होने वाली खानपान की वस्तुओं की भी हर दिन जांच होगी। वैसे अब मेरठ से भी कांवड़ियों का गुजरना शुरू हो चुका है।

कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन के लिए 42 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। जिला स्तरीय अधिकारियों को जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया गया है। कांवड़ यात्रा मार्गों की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया जा चुका है। साथ ही रास्ते में मौजूद हैंड पंपों की मरम्मत भी कराई जा रही है। इन सब के बीच सेवा शिविर को लेकर भी काफी सतर्कता इस बार बरती जा रही है।

कांवड़ यात्रा मार्गों पर शहरी क्षेत्र से लेकर देहात क्षेत्र के मार्गों पर बायी ओर ही सेवा शिविर लगाएं जाएंगे। साथ ही जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में लगे सेवा शिविर की जांच करेंगे। बिना प्रशासन की अनुमति के सेवा शिविर लगाना संभव नहीं होगा। इसके अलावा हर दिन शिविर में बनने वाली खानपान की वस्तुओं की जांच भी की जाएगी। शिविर शराब की दुकान, विद्युत पाल से दूर लगेंगे और सड़क से भी 20 फीट की दूरी होगी।

तैनात किए गए अधिकारी अपने क्षेत्र में स्थित शिवालयों पर विशेष निगरानी करेंगे। यहां निरीक्षण कर जलाभिषेक के लिए व्यवस्थाओं को पूर्ण कराया जाएगा। पुजारी व प्रबंधकों से समन्वय कर स्थिति पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा पथ प्रकाश, साफ-सफाई, पेयजल आदि की व्यवस्था कराई जाएगी।

कांवड़ यात्रा की तैयारियों को पूर्ण करने में सभी संबंधित विभाग जुटे हुए हैं। निरीक्षण कर अधूरी तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है। सेवा शिविरों का संचालन नियमानुसार ही होगा। अनुमति के बाद ही शिविर लगेंगे और अधिकारी निगरानी करेंगे।