नई दिल्ली। हिंदू धर्म में कई ऐसी चीजें होती हैं जिनकी पूजा की जाती है। उन चीजों का किसी न किसी भगवान से रिश्ता जुड़ा होता है। इसलिए उन चीजों को भी वही दर्जा दिया जाता है जो एक भगवान का होता है। इन्हीं चीजों में से एक मोर पंख भी होता है। मोर पंख के बारे में सभी जानते हैं कि यह भगवान कृष्ण को काफी प्रिय है। कृष्ण भगवान के सभी आभूषण का सबसे अहम हिस्सा मोर पंख ही होता है। आज भी जो लोग कृष्ण भगवान की पूजा करते हैं वे हमेशा अपने घर में मोर पंख रखते हैं। वास्तु शास्त्र में भी मोर पंख का काफी महत्व होता है। अगर इसे घर की सही दिशा में रखा जाए तो आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है। घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने में भी मोर पंख कारगर होता है।
यदि कई कोशिशों के बाद भी आपके हाथ में पैसा नहीं टिकता है तो आपको मोर पंख के नियमों का पालन करने की काफी जरूरत है। मोर पंख को अपने पूजा स्थल पर रखने से आपको इसका विशेष लाभ मिलेगा। पूजा या मंदिर में रखा मोर पंख घर में बरकत लाता है साथ ही घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
भगवान कृष्ण के साथ-साथ मोर पंख कई सारे भगवान को काफी प्रिय है। माना जाता है कि मोर पंख में सभी देवी-देवताओं और नव ग्रहों का वास होता है। मोर पंख को घर में रखने का मतलब है कि आपने भगवान को घर में रखा हुआ है। मोर पंख को घर में रखना काफी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर पर आने वाली सभी परेशानियां टल जाती हैं। साथ ही सुख-शांति भी बनी रहती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर पंख को हमेशा घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे घर का वातावरण भी अच्छा बना रहता है।