आप जब भी कहीं घूमने जाते होंगे, तो ठहरने के लिए होटल ही बुक करते होंगे? ये सवाल इसलिए क्योंकि जिन होटल में आप ठहरते हैं वो कितने सुरक्षित हैं? कभी न कभी आप सुनते होंगे कि किसी होटल के कमरे में हिडेन कैमरे से किसी ने रिकॉर्डिंग कर ली और फिर ये लोग उसका गलत इसतेमाल करने से भी बाज नहीं आते हैं। ऐसा ही एक मामला अभी कुछ दिन पहले नोएडा से सामने आया है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इस तरह से लोग कितने सुरक्षित हैं? इसलिए आपके लिए ये जरूरी हो जाता है कि अगर आप किसी होटल में रूकने का प्लान कर रहे हैं, तो पहले कुछ बातों को जान लें ताकि कोई छुपे हुए कैमरे से आपकी रिकॉर्डिंग न कर पाए। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
अगर आप किसी दूसरे शहर या कहीं भी होटल में रूकने की योजना बना रहे हैं, तो आपको हमेशा विश्वसनीय होटल में ही ठहरना चाहिए। भले ही इसमें आपके थोड़े पैसे ज्यादा लगे, लेकिन ये होटल बाकी होटल्स की तुलना में सुरक्षित माने जाते हैं।
कई कैमरे ऐसे होते हैं, जिनमें हल्की सी लाइट जलती है या ये चमकते हैं। लेकिन इन्हें आप रोशनी में नहीं देख सकते। इसलिए आपको कमरे की सारी लाइट बंद करके थोड़ी देर रूकना है और फिर देखना है कि कहीं से कोई बेहद कम लाइट तो नहीं जल रही। हो सकता है कि वो कैमरा हो।
होटल में ठहरने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
अगर आप होटल में ठहर रहे हैं, तो सबसे पहले कमरे में जाकर सजावट के सामान, घड़ी, बल्ब के आसपास, बैड के पास, टीवी या सेट टॉप बॉक्स वाली जगह पर छुपा हुआ कैमरा लगा हो सकता है। इसलिए इन जगहों को जरूर चेक करें।
कई मामलों में कैमरा शीशे के पीछे भी छुपा होता है। इसलिए आप टू-वे मिरर टेस्ट कर सकते हैं। इसमें आपको करना ये है कि अपनी उंगली को शीशे पर रखना है और अगर आपको उंगली और उसके प्रतिबिंग में गैप दिख रहा है, तो यानी सबकुछ ठीक है। लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो ये टू-वे मिरर होगा।