महाकुंभ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम योगी ने प्रयागराज, कौशांबी, कानपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, वाराणसी, अयोध्या, मीर्जापुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, प्रतापगढ़, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर, महोबा और लखनऊ आदि जिलों में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और मंडलायुक्तों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक की।

उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। सीएम योगी ने कहा कि आगामी 12 फरवरी को महाकुंभ का पंचम स्नान पर्व ‘माघ पूर्णिमा’ का अवसर आने वाला है। एक सप्ताह से प्रयागराज में हर दिशा से श्रद्धालुओं का आवागमन तेजी से बढ़ा है। सार्वजनिक परिवहन के अलावा बड़ी संख्या में निजी वाहनों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं।

स्नान पर्व पर इसमें और अधिक बढ़ोतरी संभावना है। इसको देखते हुए बेहतर ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया जाए। प्रयागराज की सीमा पर बने पार्किंग स्थलों को प्रभावी रूप से संचालित करें। पांच लाख से अधिक क्षमता की वाहन पार्किंग व्यवस्था है, इसका उपयोग करें।

बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की मदद करें, नियम के खिलाफ एक भी वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश न होने दें। आवश्यकतानुसार शटल बसों का इस्तेमाल करें। शट बसों की संख्या बढ़ाई जाए। लोगों से पार्किंग व्यवस्था के अनुपालन के लिए अपील करें। सड़कों पर वाहन की कतार नहीं लगने दें। कहीं भी ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बननी चाहिए। वाहनों का मूवमेंट लगातार बना रहना चाहिए।

सीएम योगी ने निर्देश दिए कि प्रयागराज से जुड़े जिलों के सभी जिलाधिकारी लगातार प्रयागराज प्रशासन से संपर्क बनाए रखें। मेला क्षेत्र में भीड़ का दबाव न बने, जरूरत के अनुसार बैरिकेडिंग की जाए। टोल के नाम पर जाम नहीं लगने दें। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी है। यह वो श्रद्धालु हैं जो अब स्नान करके अपने घर लौट रहे हैं। एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना, हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए रेलवे से संपर्क बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई जाएं।

स्वच्छता प्रयागराज महाकुंभ की पहचान है। इसे लगातार सुनिश्चित किया जाए। संगम स्नान के साथ ही श्रद्धालु गंगाजी को पुष्प-माला आदि अर्पित करते हैं। स्वच्छता के दृष्टिगत मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं, लगातार सफाई की जाए। गंगाजी और यमुनाजी में पर्याप्त जल की उपलब्धता बनी रहे।

सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिगत आज एडीएम और एसडीएम स्तर के 28 प्रशासनिक अधिकारियों समेत अनेक पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है। इन सभी की तुरंत सेवा ली जाए। पुलिस अधिकारियों को ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगाया जाए।

महाकुंभ मेला क्षेत्र में आवागमन लगातार चलता रहे। अनावश्यक लोगों को न रोकें। कहीं भी भीड़ का दबाव न बनने पाए। मार्गों पर जाम नहीं होना चाहिए। यदि कहीं स्ट्रीट वेंडर आदि मार्गों पर हों, तो उन्हें खाली एरिया में व्यवस्थपित करें। आवागमन लगातार जारी रहना चाहिए।

प्रयागराज से संबंधित सभी मार्गों पर पुलिस पेट्रोलिंग जारी रखें। क्रेन, एंबुलेंस की उपलब्धता रहे। रीवा, अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर -प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात बाधित नहीं होना चाहिए। प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाए।

प्रयागराज महाकुंभ में पूरी दुनिया से लोगों का आगमन हो रहा है। अब तक 44 करोड़ 75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। यह दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा मानव समागम है। इस अभूतपूर्व स्थिति के बीच प्रयागराज के लोगों ने जिस प्रकार संयम दिखाया है और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग कर रहे हैं, वह अभिनंदन के योग्य हैं।

12 फरवरी को संत रविदास जयंती का पावन अवसर है। वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर समेत प्रदेश में कई जिलों में विविध आयोजन होंगे। वाराणसी कमिश्नरेट समेत सभी संबंधित जिले इसके दृष्टिगत सतर्क और सावधान रहें। सभी आयोजन सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न कराएं।

महाकुंभ आने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। चित्रकूट और मीर्जापुर में भी बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है। अगले दो दिनों में और अधिक लोगों के आगमन की संभावना है। इसके दृष्टिगत तीनों ही प्रमुख नगरों में विशेष सतर्कता की जरूरत है।

सतत सतर्कता-सावधानी बनाए रखें। होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों को रोकें और परिस्थितियों के अनुसार, आगे बढ़ने दें। बैरिकेडिंग का इस्तेमाल करें। ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन हो। पार्किंग की उचित व्यवस्था हो। लगातार मॉनीटरिंग करते रहें। भ्रामक सूचना को प्रसारित करने वाले अराजक तत्वों को चिन्हित करें और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।