शामली। बीएसए कार्यालय के लिपिक परिश्रम सैनी को चार दिन पहले एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार होने के बाद उनके स्थान पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं हुई है। उनके महत्वपूर्ण पटल पर नियुक्त होने या संबद्ध होने के लिए बीआरसी कार्यालय के कई लिपिक अपने स्तर से कोशिशों में जुट गए हैं।
चार दिन पहले बृहस्पतिवार को भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाना सहारनपुर और मेरठ की संयुक्त टीम ने बीएसए कार्यालय के लिपिक परिश्रम सैनी को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को पुलिस ने परिश्रम सैनी को मेरठ न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। परिश्रम सैनी पर शिक्षकों के निलंबन, बहाली, नियुक्ति संबंधी आदि महत्वपूर्ण पटल थे। वह चार माह पहले ही सहारनपुर से शामली संबद्ध हुए थे।
उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके स्थान पर अभी किसी लिपिक की न तो नियुक्ति हुई है और न ही किसी को इन पटल का प्रभार सौंपा गया है। महत्वपूर्ण पटल होने के कारण उनके स्थान पर नियुक्ति पाने या संबद्ध होने के लिए बीआरसी पर तैनात कई लिपिक अपने स्तर से कोशिश में जुट गए हैं और दौड़भाग कर रहे हैं। बताया गया है कि इस प्रकरण के बाद बीएसए राहुल मिश्रा इलाहाबाद हाईकोर्ट गए हुए हैं। अब वे आठ फरवरी को कार्यालय में लौटने की बात कही जा रही है। इसके बाद ही इस पटल पर किसी लिपिक को नियुक्त किया जाएगा।